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41 वें चिंता-व-चेतना वर्षा सांस्कृतिक महोत्सव में दूसरे दिन पाइक-ओडिशी नृत्य की धूम

भुवनेश्वर। तीन दिवसीय चिंता-व-चेतना 41 वें बर्षा महोत्सव:2019 की दूसरी शाम 28 अगस्त को स्थानीय रवीन्द्र मण्डप में मुख्य रुप से ओडिशा के परम्परागत पाइक और ओडिशी नृत्य प्रदर्शन की धूम देखने को मिली। ओडिशी नृत्यगुरु डा रतिकांत महापात्र की संस्था सृजन की ओर से प्रस्तुत शिव स्तुति शानदार रही। गौरतलब है कि भारत के स्वतंत्रता आंदोलन से पूर्व ओडिशा में पाइक आंदोलन की परम्परा रही है जिसके आधार पर गुरु डा प्रभात स्वाई की टीम की ओर से प्रस्तुत पाइक नृत्य भी शानदार रहा। वहीं डा गजेंद्र पण्डा की टोली की ओर से प्रस्तुत वर्षा पर आधारित नृत्य भी उम्दा रहा। आयोजक चिंता-व-चेतना के महासचिव सुरेन्द्र दास की ओर से सभी अदाकारों को उनके गुरु समेत मंच पर सम्मानित किया गया। समारोह के सम्मानित मुख्य अतिथि ओडिशा सरकार के संस्कृति विभाग के मुख्य सचिव मनोरंजन पाणिग्राही, सम्मानित अतिथिगण में नीलाद्रिमोहन सतपथी दूरदर्शन केन्द्र भुवनेश्वर के कार्यक्रम हेड, प्रणव किशोर पटनायक मशहूर ओडिशी गायक, विश्वनाथ सतपथी कार्यपालक उपाध्यक्ष एमबीसी टीवी और अशोक पाण्डेय अनन्य जगन्नाथभक्त हिन्दीसेवी आदि ने अपने-अपने संबोधनों के माध्यम से आयोजित बर्षा सांस्कृतिक महोत्सव और आयोजक सुरेन्द्र दास के अथक प्रयासों की सराहना की। प्रस्तुति : अशोक पाण्डेय
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