नई दिल्ली। भारतीय सेना के खिलाफ बैट (बॉर्डर एक्शन टीम) हमले के लिए एक संभावित कोशिश के लिए पाकिस्तान की सेना ने नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर 100 से ज्यादा एसएसजी (विशेष सेवा समूह) कमांडो तैनात किए हैं। पाकिस्तान के इन कमांडो की हर गतिविधि पर भारतीय सेना पैनी निगाह रखे हुए हैं। सेना के सूत्रों के मुताबिक इन कमांडो को जैश-ए-मोहम्मद जैसे आतंकी संगठनों के साथ नजदीकी से काम करते देखा गया है। पाक सेना के इन कमांडो ने कई बार सीजफायर उल्लंघन किया है और भारतीय सेना की प्रतिक्रिया में कई अपनी जान से हाथ भी धो चुके हैं। भारतीय एजेंसियों ने पाक क्षेत्र के सर क्रीक इलाके में भी कमांडों की तैनाती देखी है।
हाल ही में मिली इंटेलीजेंस जानकारी के अनुसार जैश-ए-मोहम्मद ने लीपा घाटी में 12 अफगानी जिहादियों का एक दल भेजा है। ये आतंकवादी भारतीय सेना के खिलाफ कार्रवाई के लिए बैट एक्शन कर सकते हैं। जैश सरगना मसूद अजहर के भाई रऊफ अजहर ने 10-20 अगस्त को बहवलपुर में अपने टेररिस्ट लॉन्च कमांडरों के साथ बैठक की थी। सूत्रों के मुताबिक पाकिस्तान की एजेंसियां भी भारतीय सुरक्षा बलों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए अफगानी आतंकवादियों को चुनने की तैयारी कर रही हैं। माना जा रहा है कि अफगानी आतंकियों का चयन स्थानीय कमांडरों के तौर पर कश्मीरी आतंकियों के स्थान पर किया जा रहा है।
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