ताज़ा ख़बर

कैलाश सत्यार्थी की भारत यात्रा के समर्थन में उमड़ा जनसैलाब उमड़ा, 5 दिन में जुड़े 55 हजार लोग

नई दिल्ली। 11 सितम्बर को नोबल पुरस्कार विजेता कैलाश सत्यार्थी द्वारा बाल यौन शोषण तथा बाल तस्करी के खिलाफ छेड़ी गई जंग के प्रति अभूतपूर्व जागरूकता निर्मित करने के लिए आरंभ की गई 35 दिवसीय भारत यात्रा कनार्टक राज्य में प्रवेश करते हुए अपने पांचवे दिन 15 सितम्बर को कोलार पहुंची। यात्रा की शुरूआती पांचवे दिन के अंदर इस यात्रा ने पहले ही लोगों को जुटाना आरंभ कर दिया और अब तक 55 हजार से अधिक बच्चों, युवाओं तथा कार्यरत पेशेवरों ने यात्रा में शामिल होकर अपना समर्थन दिया है। इस दौरान कोलार में अब तक का सबसे बडा 10 हजार लोगों का जनसैलाब उमड़ा जिसने बाल यौन शोषण को रोकने, देश में बेहतर कानून की मांग करते हुए भारत के बच्चों को इन घृणित गतिविधियों से बचाने की शपथ ली। यात्रा में शामिल लोगों ने देश के युवाओं से पूरे भारत में बच्चों के लिए लड़ने के लिए आगे आने का आह्वान किया। उन्होंने कोलार के लोगों से सुरक्षित बचपन तथा सुरक्षित भारत निर्माण करने के लिए प्रयास करने का अनुरोध किया। इस बारे में सत्यार्थी ने कहा-‘‘ बलात्कार और यौन शोषण के खिलाफ केवल जंग की घोषणा करना ही पर्याप्त नहीं है। अपने बच्चों की सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए ठोस समाधान और विश्वास निर्माण करने की दिशा में हमें देखना चाहिए। मैं देश के सभी राजनीतिक समुदायों से अनुरोध करता हूं कि वह एक आम अभिभावक की तरह देश के विद्यालय में वापस लौटें। अपने आप सारी चीजों को देखें, वहां के परिवेश को अनुभव करें, उनसे प्रश्न करें। विद्यालय को हमारे बच्चों के लिए एक शिक्षण संस्थान और स्वर्ग माना जाता है। यह उत्पीड़न स्थल नहीं होना चाहिए।‘‘ कहा कि हम समस्याओं को सृजनात्मक ढंग से निपटाएं, हम आगे आकर अपने बच्चों के लिए सुरक्षित बचपन के लिए कार्य करने तथा समर्थन करने की शपथ लें। मैं सभी अभिभावकों से अपील करता हूं कि वह विश्वास का बोध स्थापित करने में मदद करें तथा अपने बच्चों के साथ मित्रवत बनकर रहें ताकि वह किसी भी समस्या पर निर्भिक होकर चर्चा कर सकें। हमारे बच्चों के लिए राजनीतिक, आर्थिक तथा सामाजिक रूप से सुरक्षित बचपन-सुरक्षित भारत को वास्तविकता में बदला जाए। जब से भारत यात्रा आरंभ हुई है, इसे पूरे भारत में नागरिकों से भरपूर सहयोग मिल रहा है जिनमें अमिताभ बच्चन भी शामिल हैं जिन्होने अपने प्रशंसकों को ट्विट कर यात्रा को समर्थन करने की अपील की है। इससे पहले केन्द्रिय जहाजरानी तथा विता मंत्री पान राधाकृष्णन ने सत्यार्थी के साथ मिलकर यात्रा को आरंभ किया था। त्रिवेन्द्रम म केरल के मुख्यमंत्री पिनारायी विजयन ने बाल यौन शोषण तथा तस्करी जैसी बुराई को समाप्त करने के लिए अपनी सरकार की ओर से खुले हृदय से समर्थन का आश्वासन दिया था। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कैलाश सत्यार्थी को व्यक्तिगत पत्र भिजवाकर तमिलनाडु सहित 22 राज्यों से गुजरकर 11हजार किलोमीटर की दूरी तय करने वाली इस यात्रा के प्रति अपना समर्थन व्यक्त किया था। 35 दिनों तक चलने वाली यह यात्रा चेन्नई, बेंगलुरू, हैदराबाद, गुवाहाटी, भोपाल, जयपुर, श्रीनगर सहित देश के कई प्रमुख शहरों से होकर गुजरेगी। कन्याकुमारी में यात्रा शुभारंभ होने के दौरान सत्यार्थी ने घोषणा की थी कि जब तक इस देश के बच्चे सुरक्षित नहीं हो जाते में चैन से नहीं बैठूंगा। यदि बलात्कार और शोषण की धटनाएं रूकती नहीं है तो मैं अपनी लडाई समाप्त नहीं करने वाला हूं। मै तब तक शांति से सो नहीं सकता जब तक तक हम बलात्कार और शोषण के खिलाफ अपनी जंग जीत नहीं जाते। यह नैतिक महामारी हमारे देश के लिए अभिशाप बन गई है तथा यही समय है जब हमें एकजुट होकर इसके खिलाफ लड़ना है। भारत यात्रा आरंभ करने के पीछे अपने मिशन को दोहराते हुए उन्होंने कहा कि मैं यह यात्रा क्यों निकाल रहा हूं? क्योंकि मेरे बच्चों के साथ बलात्कार हो रहा है। मैं यह स्वीकार नहीं कर सकता कि हर घंटे आठ बच्चे गायब हो रहे हैं और दो के साथ बलात्कार हो रहा है। हर बार यदि एक भी बच्चा खतरे में है तो भारत खतरे में है। भारत यात्रा एक बार फिर से भारत को अपने बच्चों के लिए सुरक्षित बनाने के लिए है। कैलाश सत्यार्थी पिछले36 वर्षो से दुनियाभर में बच्चों की आजादी, सुरक्षा तथा संरक्षा के लिए अभियान चला रहे है। बच्चों के अधिकारों के लिए उनके सतत प्रयासों और संघर्ष के लिए उन्हें 2014 का नोबल शांति पुरस्कार मिला था। इस यात्रा को बच्चों के बलात्कार तथा बाल यौन शोषण के खिलाफ तीन साल के अभियान के रूप में आरंभ किया गया है जिसका लक्ष्य जागरूकता बढाना, ऐसे प्रकरणो की रिपोर्ट करना , चिकित्सीय स्वास्थ्य तथा मुआवजे सहित संस्थागत प्रतिक्रियाओं को मजबूत करना, सुनवाई के दौरान पीडितों और गवाहों की सुरक्षा एक समयबद्ध तरीके से बाल यौन शोषण के लिए अपराध सिद्धीको बढाना है।
  • Blogger Comments
  • Facebook Comments

0 comments:

Post a Comment

आपकी प्रतिक्रियाएँ क्रांति की पहल हैं, इसलिए अपनी प्रतिक्रियाएँ ज़रूर व्यक्त करें।

Item Reviewed: कैलाश सत्यार्थी की भारत यात्रा के समर्थन में उमड़ा जनसैलाब उमड़ा, 5 दिन में जुड़े 55 हजार लोग Rating: 5 Reviewed By: newsforall.in