इस्लामाबाद। भ्रष्टाचार के केस में दोषी पाए जाने पर नवाज शरीफ को हटाए जाने के बाद शाहिद खाकान अब्बासी को पाकिस्तान का नया प्रधानमंत्री चुना गया है। शाहिद अब्बासी को 221 वोट मिले। विश्वास मत में जीत हासिल कर अब्बासी पाकिस्तान के 18वें प्रधानमंत्री बने हैं। शाहिद खाकान अब्बासी पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) की तरफ से अंतरिम प्रधानमंत्री के रूप में नामित थे। शरीफ के पाकिस्तान मुस्लिम लीग नवाज (पीएमएल-एन) ने शरीफ के भाई शहबाज के योग्य होने तक अब्बासी को अंतरिम प्रधानमंत्री मनोनीत किया है। पाकिस्तान में इस तरह की घटनाएं पूर्व में भी देखने को मिली है। पूर्व सैन्य तानाशाह जनरल परवेज मुशर्रफ के काल में राजनेता चौधरी शुजात हुसैन को तब तक के लिए अंतरिम प्रधानमंत्री बनाया गया था, जब तक सत्तारूढ़ पाकिस्तान मुस्लिम लीग कयाद-ए-आजम ने शौकत अजीज को चुन नहीं लिया था।
सुप्रीम कोर्ट ने बीते शुक्रवार को 67 वर्षीय नवाज शरीफ को पनामा पेपर मामले में दोषी ठहराते हुए उन्हें प्रधानमंत्री पद के अयोग्य करार दिया, जिसके बाद नवाज ने इस्तीफा दे दिया। इस्तीफे के बाद पंजाब के मुख्यमंत्री व नवाज के भाई शहबाज शरीफ को प्रधानमंत्री बनाने के लिए उनके संसद सदस्य बनने तक पीएमएल-एन ने अब्बासी को अंतरिम प्रधानमंत्री नामित किया था। केंद्र सरकार का अभी 10 महीने का कार्यकाल बचा हुआ है। जानकारी के मुताबिक, अब्बासी के खिलाफ नेशनल अकाउंटबिलिटी ब्यूरो (एनएबी) तरलीकृत प्राकृतिक गैस (एलएनजी) के आयात के ठेके में 220 अरब रुपए के भ्रष्टाचार की जांच कर रहा है। समाचार पत्र डॉन के मुताबिक, पूर्व पेट्रोलियम मंत्री अब्बासी साल 2015 में एनएबी द्वारा दर्ज मामले में मुख्य आरोपी हैं। एनएबी के दस्तावेजों के मुताबिक, पब्लिक प्रोक्योरमेंट रेग्युलेटरी अथॉरिटी (पीपीआरए) के नियमों तथा संबंधित कानूनों का उल्लंघन करते हुए साल 2013 में एंग्रो कंपनी की सहायक कंपनी एलेंग्री टर्मिनल को एलएनजी आयात तथा वितरण का ठेका प्रदान किया गया था।
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