मुम्बई। महाराष्ट्र की देवेंद्र फडणवीस सरकार ने किसानों के राज्यव्यापी प्रस्तावित आंदोलन से एक दिन पहले ही पूर्ण कर्जमाफी की घोषणा की है। इसके बाद किसानों ने कल से होने वाले प्रदर्शन को वापस ले लिया है। साथ ही 11 दिनों से अपनी हड़ताल भी खत्म कर दी है। सरकार की तरफ से कहा गया है कि किसानों का पूरा कर्ज माफ करने के लिए सरकार एक कमेटी का गठन करेगी जो कर्जमाफी के लिए मानक तैयार करेगी। सरकार की इस घोषणा पर स्वाभिमानी शेतकारी संगठन के नेता राजू शेट्टी ने कहा कि फडणवीस सरकार ने किसान संगठनों से पूर्ण कर्जमाफी का वादा किया है। फिलहाल हमलोग उनकी बातों को मानते हुए आंदोलन वापस ले रहे हैं लेकिन अगर सरकार ने वादाखिलाफी की तो हमलोग 25 जुलाई से दोबारा आंदोलन करेंगे।
बता दें कि इससे पहले मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने आंशिक तौर पर किसानों का कर्जा माफ करने की बात कही थी लेकिन आंदोलनरत किसानों ने उनके प्रस्ताव को ठुकरा दिया था और पूर्ण कर्जमाफी की मांग करते रहे। महाराष्ट्र के नासिक, नागपुर समेत कई शहरों में किसान पिछले 1 जून से हड़ताल पर हैं। वे लोग शहरों में सब्जी-फल और दूध की सप्लाई नहीं होने दे रहे हैं। इससे मुंबई, पुणे जैसे महानगरों में इन सामानों की भारी किल्लत पैदा हो गई है। लिहाजा, वहां इन चीजों के दाम आसमान छूने लगे हैं। गौरतलब है कि महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस ने पिछले दिनों किसानों के लिए 30 हजार करोड़ रुपए की कर्ज माफी का ऐलान किया था। उन्होंने बताया कि राज्य में कृषि ऋण माफी ‘‘अब तक की सबसे बड़ी’’ माफी होगी। लेकिन किसान नेताओं ने इस माफी को ठुकरा दिया था और कहा था कि वे अपनी हड़ताल समाप्त नहीं करेंगे। किसानों का कहना था कि इससे उनपर काफी कम प्रभाव पड़ेगा। फडणवीस ने तब कहा था कि सरकार सीमांत किसानों के कर्ज माफ करेगी और इससे विदर्भ तथा मराठवाड़ा में 80 प्रतिशत ऐसे किसानों को लाभ होगा।
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