जबलपुर। एक व्हाट्सएप ग्रुप पर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की एक आपत्तिजनक तस्वीर पर तड़के दो गुटों के बीच झड़प में एक व्यक्ति की मौत हो गई, जबकि छह अन्य घायल हुए जिनमें पांच की हालत गंभीर है। क्षेत्र के शहर पुलिस अधीक्षक इंद्रजीत बलसावर ने कहा कि झड़प में घायल हुए उमेश वर्मा नाम के व्यक्ति ने एक अस्पताल में दम तोड़ दिया। वहीं कांग्रेस कॉरपोरेटर जतिन राज के गुट के अनुसार, जब वे इसकी शिकायत दर्ज कराने विजय नगर पुलिस थाने गए, तो अंदर विरोधी गुट ने चाकुओं का खुलेआम प्रयोग किया। हालांकि पुलिस ने इस आरोप से इनकार किया है। दोनों गुटों के हिंसक होने पर स्थिति संभालने के लिए पुलिस को अन्य थानों से अपने सहयोगियों को बुलाना पड़ा।
बलसावर ने बताया कि राज ने अपने इलाके के लोगों से संपर्क रखने के लिए व्हाट्सएप पर 'विजय नगर फ्रेंड्स' नाम से एक ग्रुप बनाया था। उन्होंने कहा कि प्रशांत नायक ने व्हाट्सएप ग्रुप पर कथित रूप से एक तस्वीर डाली, जिसमें सोनिया को 'बर्तन धोते हुए' दिखाया गया और तस्वीर के साथ व्यंग्यात्मक लहजे में लिखा था कि (प्रधानमंत्री नरेंद्र) मोदी कांग्रेस अध्यक्ष को ऐसी स्थिति में ले आए। इसे लेकर बुधवार आधी रात के बाद दोनों गुट अहिंसा चौक पर इकट्ठा हुए और सोनिया को लेकर उनके बीच गरमागरम बहस हुई। अधिकारी ने कहा कि इस बीच खबर मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और उनसे अपने मतभेद दूर करने के लिए पुलिस थाने में आने को कहा। कांग्रेस कारपोरेटर समूह के एक सदस्य अनीमेष ने आरोप लगाया कि जब दोनों गुट थाने पहुंचे तो उनके बीच कथित रूप से जमकर बहस हुई और उमेश वर्मा नाम के व्यक्ति के चाकू लग गया। इसके बाद उसे अस्पताल ले जाया गया, जहां उसने दम तोड़ दिया। उन्होंने मांग की कि पुलिस को सच सामने लाने के लिए थाने में लगे सीसीटीवी कैमरों के फुटेज को सार्वजनिक करना चाहिए।
बलसावर ने कहा कि हालात को काबू में लाने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा। पुलिस ने थाने के अंदर हिंसा की बात से इनकार किया। उन्होंने कहा कि हिंसा उस समय हुई, जब समूह थाने जाने वाले रास्ते में थे। उन्होंने कहा कि घायलों में अधिवक्ता नायक भी शामिल हैं और उन्हें एक अस्पताल में भर्ती कराया गया है। दोनों समूहों के लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कराया गया है और आगे की जांच जारी है।
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किसी भी दल के नेता के बारे में घटिया तस्वीरों को पोस्ट करना असभ्यता अशिष्ट ता ही है कुछ लोग माहौल खराब करने में लगे हैं अति उत्साह में जो मरा क्या पाया जो बचा जेल जायेगा कसूर एक का सजा दूसरे को भी मिलेगी विवेक से काम लें सत्ता के शिकार न बनें ।कोई दल ऐसे भक्तों को लड्डू नहीं देता ।
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