कोलकाता। पश्चिम बंगाल के कोलकाता में गुरुवार को एक निर्माणाधीन फ्लाईओवर गिरने से 18 लोगों की मौत हो गई। इस दर्दनाक हादसे में कम से कम 78 लोग घायल हुए हैं और कई लोगों के अभी भी मलबे में दबे होने की आशंका जताई जा रही है। घायलों को उपचार के लिए नजदीकी अस्पताल में र्भ्ती कराया गया है। उत्तरी कोलकाता में भीड़भाड़ वाले गिरीश पार्क-बड़ा बाजार इलाके में गणेश टॉकिज के पास फ्लाईओवर का निर्माण कार्य चल रहा है। बुधवार रात को इसकी ढलाई का काम हुआ था। गुरुवार दोपहर को अचानक फ्लाईओवर भरभराकर गिर गया। गिरे मलबे में वहां पर काम कर रहे मजदूर, वहां से गुजर रहे कई लोग, बस, ऑटो और एक मिनी बस चपेट में आ गई। फ्लाईओवर के नीचे पार्किंग भी की जाती थी। इसके नीचे अनेक फेरीवाले भी अपनी दुकानें लगाते थे।
हादसे होते ही आसपास के लोग पुलिस और स्थानीय प्रशासन की मदद से लोगों को निकालने का काम शुरू किया। बाद में सेना और एनडीआरएफ की दो टीमें भी बचाव और राहत कार्य में जुटी। मलबा हटाने और दबे लोगों को बाहर निकालने के लिए बड़ी बड़ी क्रेन मशीनें और अन्य बचाव वाहन लगाए गए हैं। हादसे की वजह से उत्तरी कोलकाता में भयंकर ट्रैफिक जाम लग गया। चश्मदीदों ने बताया कि हादसे के काफी देर बाद तक प्रशासन का कोई अधिकारी वहां नहीं पहुंचा। लोगों ने यह भी कहा कि फ्लाईओवर के निर्माण में धांधली की शिकायत कई बार की गई लेकिन इस पर ध्यान नहीं दिया गया। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी मिदनापुर में एक चुनावी रैली को संबोधित करने गई थी। हादसे की खबर मिलते ही अपनी रैली रद्द कर ममता वापस कोलकाता लौट आई। उन्होंने घटनास्थल का जायजा लिया और पुलिसकर्मियों, अग्निशमन और आपदा प्रबंधन दल के अधिकारियों को बचाव एवं राहत कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए। पश्चिम बंगाल सरकार ने हादसे में मारे गए लोगों के परिजनों को 5-5 लाख रुपये, गंभीर रूप से घायलों को 2-2 लाख और सामान्य रूप से घायल लोगों को एक-एक लाख रुपये के मुआवजे का ऐलान किया है। 2.2 किमी लंबे विवेकानंद फ्लाईओवर का काम पिछले सात साल चल रहा है। दिसंबर 2009 में इसका निर्माण कार्य शुरू हुआ था और इसे 18 महीने में बनकर तैयार होना था। हालांकि बीच में पैसा नहीं मिलने के कारण निर्माण कार्य करा रही कंपनी ने दो साल तक काम बंद रखा। इसका कुल बजट 164 करोड़ रु.रखा गया था। हालांकि इससे कहीं ज्यादा की लागत आ चुकी है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने फ्लाईओवर गिरने के मामले की जांच के आदेश दे दिए हैं। उन्होंने कहा कि फ्लाईओवर बनाने का जिम्मा सीपीएम की सरकार के समय दिया गया था।
'ये तो भगवान की मर्जी है'
उत्तरी कोलकाता में आज गिरे फ्लाई-ओवर का निर्माण करने वाली कंपनी आईवीआरसीएल के एक वरिष्ठ अधिकारी ने इस हादसे पर कहा है कि यह और कुछ नहीं बल्कि भगवान की मर्जी है ।
इस बीच, कंपनी के एक अधिकारी ने इस बात से इनकार किया कि हादसे के पीछे की वजह गुणवत्ता से जुड़ा या कोई तकनीकी मुददा था। हैदराबाद स्थित कंपनी के समूह प्रमुख (मानव संसाधन एवं प्रशासन) के पांडुरंग राव ने पत्रकारों को बताया, यह और कुछ नहीं बल्कि भगवान की मर्जी है । अब तक 27 सालों में हमने कई पुल बनाए हैं, लेकिन ऐसा कभी नहीं हुआ।
दिग्गज नेताओं ने जताया दुख
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट के जरिए फ्लाईओवर हादसे पर गहरा दुख जताया है। उन्होंने कहा है कि कोलकाता में निर्माणाधीन फ्लाईओवर गिरने से दुखी और अचंभित हूं। स्थिति और बचाव अभियानों का जायजा लिया है।उन्होंने एक अन्य ट्वीट में कहा है कि कोलकाता में अपनी जिंदगी गंवा देने वालों के परिवारों के साथ मेरी संवेदनाएं हैं। घायल शीघ्र स्वस्थ हों। बता दें कि प्रधानमंत्री इस समय वॉशिंगटन में हैं। केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने कोलकाता फ्लाईओवर हादसे में हुई मौतों पर शोक जताया। उन्होंने ने ट़्विटर पर लिखा है कि यह जानकर गहरा दुख हुआ कि कोलकाता हादसे में कई अमूल्य जिंदगियां समाप्त हो गईं। मृतकों के परिवारों के साथ मेरी दिली संवेदनाएं हैं। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कोलकाता में निर्माणाधीन फ्लाईओवर के गिरने की घटना पर दुख प्रकट किया है। मारे गए लोगों के परिजनों के प्रति संवेदना प्रकट करते हुए सोनिया ने उम्मीद जताई कि घायलों का सही ढंग से उपचार होगा। कांग्रेस नेता अहमद पटेल ने ट्वीट किया है कि कोलकाता में जो हुआ वह हमारी चेतना को झकझोर देने वाला है। हम घायलों के जल्द स्वस्थ होने की प्रार्थना करते हैं और पीड़ित परिवारों के प्रति हमारी संवेदना है।
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