भुवनेश्वर। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज कुछ असंतुष्ट एनजीओ और कालाबाजारी करने वालों की आलोचना करते हुए उन पर सरकार को अस्थिर करने और उन्हें ‘बदनाम’ करने की साजिश रचने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि ”वह ऐसी साजिशों के आगे झुके बगैर अपना काम करते रहेंगे।” प्रधानमंत्री ने कहा कि ‘कुछ लोग’ इस बात को अब तक पचा पाने में सक्षम नहीं हैं कि एक ‘चायवाला’ देश का प्रधानमंत्री बन गया और इसलिए उन्हें गिराने के लिए हर समय साजिश करते रहते हैं। छत्तीसगढ़ की एक संक्षिप्त यात्रा के बाद उन्होंने यहां एक किसान रैली को संबोधित करते हुए कहा कि उनकी सरकार गरीबों, दलितों और समाज के अन्य दबे कुचले तथा वंचित तबके के लिए है।
उन्होंने छत्तीसगढ़ में शहरी विकास केंद्रों के रूप में देश भर में 300 गांवों का विकास करने के लिए महात्वाकांक्षी ‘आर..अर्बन मिशन’ का शुभारंभ किया। मोदी ने किसानों के कल्याण के लिए अपनी सरकार द्वारा उठाए गए कदमों को गिनाते हुए जनसभा में कहा, ‘‘आपने हाल के समय में देखा होगा, मेरे ऊपर हर वक्त हमला हुआ है। कुछ लोग यह लगातार कर रहे हैं। वे इस बात को नहीं पचा पा रहे हैं कि मोदी प्रधानमंत्री कैसे बन गए, एक ‘चायवाला’ प्रधानमंत्री कैसे बन गया, वे इसे हलक से नहीं उतार पा रहे।’’ किसी का नाम या किसी घटना का जिक्र किये बगैर प्रधानमंत्री ने कहा कि उन्होंने कुछ कदम उठाये जिसके चलते इन लोगों को समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। प्रधानमंत्री ने यह टिप्पणी नीम का लेप चढ़े यूरिया के बारे में बात करते हुए की और कहा कि इससे यूरिया के दुरूपयोग और रासायनिक फैक्टरियों में इसके इस्तेमाल को रोका जा सका है जो पहले हुआ करता था। उन्होंने लोगों से पूछा, ‘‘चूंकि हमने नीम का लेप चढ़ा यूरिया तैयार किया है, क्या लूटने वाली वे रासायनिक कंपनियां मोदी से नाराज नहीं होंगी? अगर कोई चीज मोदी के खिलाफ है तो क्या इससे उन्हें फायदा नहीं होगा? क्या वे मोदी के खिलाफ शोर नहीं करेंगे?’’
प्रधानमंत्री ने कहा कि एनजीओ विदेशों से धन प्राप्त करते हैं और सरकार उनका लेखाजोखा मांग रही है। उन्होंने कहा, ‘‘इसे आने दीजिए लेकिन प्राप्त हुए धन का विवरण दीजिए। जिस पल हमने विवरण मांगना शुरू किया, वे सब एकजुट हो गए और कहा, ‘मोदी को मारो’, ‘मोदी को मारो’, वह हमसे लेखाजोखा मांग रहे हैं।’’ मोदी ने कहा कि देश को यह जानने की जरूरत है कि जो धन आया वह खर्च कहां हुआ है। यह कानून में है। उन्होंने कहा कि चूंकि सरकार ने लेखाजोखा मांगना शुरू किया, इसलिए ‘‘वे सभी :एनजीओ: एकजुट हो गए और हर वक्त यह साजिश रच रहे हैं कि मोदी को खत्म कैसे किया जाए, मोदी सरकार को कैसे हटाया जाए और मोदी को कैसे बदनाम किया जाए।’’ उन्होंने कहा, ‘‘लेकिन मेरे भाइयों और बहनों, आपने देश में इस बीमरी के उपचार के लिए मुझे चुना है और मैं ऐसा करूंगा। वे जो भी मेरे खिलाफ कहते हैं लेकिन मैं अपने मार्ग से विचलित नहीं होउंगा जिस कार्य के लिए आपने मुझपर भरोसा किया है. मैं रूकूंगा नहीं और न ही थकूंगा और झुकने का तो कोई सवाल ही नहीं है।’’ प्रधानमंत्री ने कहा कि वह जानते हैं कि विरोधियों को क्या चुभ रहा है लेकिन वह देश को लूटने और बर्बाद करने की इजाजत नहीं दे सकते हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपने संबोधन में किसान समुदाय के लिए सरकार की कल्याण योजनाओं के बारे में बताया जिसमें सिंचाई योजना, फसल बीमा योजना और मृदा स्वास्थ्य कार्ड शामिल हैं। उन्होंने कहा कि यहां तक कि उनकी सरकार द्वारा पेश ‘स्टार्टअप योजना’ का उपयोग भी कृषि क्षेत्र में किया जा सकता है क्योंकि इसका दायरा केवल आईटी क्षेत्र तक ही सीमित नहीं है। मोदी ने कहा कि उनकी सरकार का जोर कृषि क्षेत्र पर है और उन्हें देश में दूसरी हरित क्रांति आने का पूरा भरोसा है जिसमें ओडिशा और पूर्वी राज्य अहम भूमिका निभा सकते हैं। उन्होंने कहा, ‘‘ मैं आपका प्रधान सेवक हूं। क्या हम साल 2022 तक किसानों की आमदनी को दोगुना बनाना सुनिश्चित करने के लिए साथ आ सकते हैं, क्या केंद्र और राज्य इस विषय पर साथ आ सकते हैं।’’
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