पटना। फैक्ट्री में नौकरी दिलाने के नाम पर नाबालिग लड़कियों से जिस्मफरोशी का धंधा करवाया जा रहा था। बुधवार दोपहर पुलिस ने रुपसपुर थाने के महुआ बाग स्थित प्लूटस अपार्टमेंट में छापेमारी कर अड्डे से दो नाबालिग लड़कियों को मुक्त कराया। संचालक सहित चार लोगों को भी गिरफ्तार किया गया है। फ्लैट से शराब की छह बोतलें, सिगरेट सहित कई आपत्तिनजक सामान मिले हैं। सरगना ब्रजेश गिरि बेतिया के नौतन बलुआ का रहनेवाला है। अन्य आरोपितों में दिलीप कुमार उर्फ दीपक परसा बाजार, संजीत कुमार नौतन बलुआ, बेतिया और शोभानाथ सिंह गोपालपुर, रोहतास शामिल है। एसएसपी मनु महाराज ने बताया कि तीन जनवरी को पुलिस ने आरपीएस मोड़ स्थित परमानंद अपार्टमेंट में छापेमारी कर सेक्स रैकेट का खुलासा किया था। इसी क्रम में बुधवार को सूचना मिली कि महुआबाग स्थित प्लूटस अपार्टमेंट में जिस्मफरोशी का धंधा चल रहा है। डीएसपी के नेतृत्व पुलिस ने छापेमारी की तो अड्डे से संचालक सहित चार लोग पकड़े गए। मौके से दो लड़कियों को भी मुक्त कराया गया।
मुक्त कराई गई दोनों लड़कियों को कुरकुरे की फैक्ट्री में काम करने का झांसा देकर अड्डे पर लाया गया था। दोनों की उम्र 14 से 16 वर्ष के बीच है। दोनों गरीब घर की हैं। सरगना ब्रजेश गिरि लड़कियों को कटिहार, किशनगंज, बेतिया और अररिया से झांसा देकर लाता था। पकड़ा गया शोभानाथ सिंह परमानंद अपार्टमेंट में भी लड़कियों से धंधा करवाता था। तीन जनवरी को हुई छापेमारी में वह मौके से भाग गया था। प्लूटस अपार्टमेंट के जिस फ्लैट संख्या में पुलिस ने छापेमारी की वह करमू राय का है। करमू आठ हजार रुपए प्रति माह किराये पर ब्रजेश गिरि को फ्लैट दिया था। एसएसपी ने बताया कि सेक्स रैकेट चलाने में उसकी भी संलिप्तता है। उसे पकड़ने के लिए पुलिस छापेमारी कर रही है। ब्रजेश का लंबा-चौड़ा नेटवर्क है। उसके गिरोह में दर्जनभर से अधिक दलाल हैं। एक और सरगना सुरेश गिरि की भी पुलिस तलाश कर रही है। पकड़े गए आरोपितों के खिलाफ पॉस्को एक्ट के साथ ही मानव व्यापार अधिनियम के तहत भी मामला दर्ज किया गया है। पुलिस इनकी संपत्तियों को भी जब्त करने की कार्रवाई करेगी।
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