नई दिल्ली। भाजपा सांसद शत्रुघ्न सिन्हा ने आज कीर्ति आजाद का समर्थन करते हुए कहा कि वित्त मंत्री अरुण जेटली को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ‘सलाह के अनुरुप’ पार्टी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी का अनुसरण करना चाहिए जिन्होंने हवाला मामले में इस्तीफा दे दिया था और बेदाग निकले थे। अनेक मुद्दों को लेकर भाजपा नेतृत्व की आलोचनाएं करते रहे सिन्हा ने इस मामले में भी निशाना साधते हुए कहा कि अलग तरह की पार्टी मतभेदों वाली पार्टी बन गई है। सिन्हा ने भाजपा सांसद कीर्ति आजाद की तारीफ ‘हीरो ऑफ द डे’ कहकर की, जिन्होंने डीडीसीए में कथित भ्रष्टाचार के मामले में जेटली को घेरा है। उन्होंने पार्टी को आगाह किया कि भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ रहे किसी साथी के खिलाफ कोई अनुशासनात्मक कार्रवाई नहीं की जानी चाहिए और यह कदम उल्टा पड़ सकता है।
सिन्हा ने ट्वीट किया, वित्त मंत्री के लिए यह मुद्दा राजनीतिक रूप से लड़ा जाना चाहिए, ना कि कानूनी तरीके से। जैसा कि हमारे उर्जावान, गतिशील प्रधानमंत्री ने सलाह दी है, हमारे वित्त मंत्री आडवाणीजी का अनुसरण कर पाक-साफ निकल सकते हैं। वह जाहिर तौर पर हवाला मामले में आरोपी के तौर पर नाम आने के बाद इस्तीफा देने के आडवाणी के फैसले का उल्लेख कर रहे थे। उन्होंने कहा कि कीर्ति आजाद-आज के नायक। दोस्तों से विनम्र निवेदन है कि किसी साथी के खिलाफ बिना सोचे समझे, बलपूर्वक कार्रवाई नहीं की जाए, जो भ्रष्टाचार के खिलाफ संघर्ष कर रहा है। सिन्हा ने एक और ट्वीट किया, अकसर न्यूटन के तीसरे नियम की बात करता हूं। असमय कार्रवाई पर उल्टी प्रतिक्रिया हो सकती है। दुख की बात है कि अलग तरह की पार्टी मतभेदों वाली पार्टी बन गई है। विपक्ष ने कल दावा किया था कि मोदी ने जेटली को संकेत दिया है कि डीडीसीए विवाद के मद्देनजर वह इस्तीफा दे दें और हवाला मामले में आडवाणी जी की तरह की मिसाल पेश करें। भाजपा ने इस तरह की बात को खारिज कर दिया था। मोदी ने दरअसल भाजपा संसदीय दल की एक बैठक में कहा था कि वित्त मंत्री अपने खिलाफ विपक्ष की ओर से लगाये गये भ्रष्टाचार के आरोपों में उसी तरह बेदाग निकलकर आएंगे, जैसे आडवाणी हवाला मामले में निकले थे।
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