पटना। कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी शुक्रवार को एक रैली को संबोधित करने चंपारण पहुंचे। यहां उन्हों ने प्रधानमंत्री पर तीखा हमला बालते हुए कहा कि चाय बेचते-बेचते वो 16 लाख का सूट पहनने वाले बन गए। राहुल गांधी ने कहा, प्रधानमंत्री पर तंज कसते हुए कहा कि कुछ समय पहले संसद में सूट-बूट की सरकार की बात उठाई। बोला, आपकी सरकार गरीबों की नहीं सूट-बूट की सरकार है। अपने आसपास देखें कोई सूट-बूट पहना हुआ नहीं दिखाई देगा। एक चुटकुले से मोदी पर तंज कसते हुए कहा कि सूटबूट वाले को अपनी बात मालूम होती है, कुर्ता पहनने वालों को अपनी गरीबों को अपनी बात पता होती है।
नरेंद्र मोदी पर हमला बोलते हुए राहुल ने कहा, स्वच्छ भारत की बात हुई, सूटबूट वालों के बीच मोदी जी बैठे इस पर बात कर रहे थे। रोजगार की बात करनी है तो जो मजदूर हैं उनके बीच जाकर बात करो बताएगा कैसे रोजगार आएगा। सफाई की बात करना चाहते हैं तो सफाई कर्मियों के बीच जाइए वे बताएंगे। राहुल गांधी ने कहा, मोदी पहले चाय वाले थे, फिर आस्ते-आस्ते लाखों का सूट पहनने वाले बन गए। एक तरफ गांधी जी थे उन्होंने गरीबों के हक की लड़ाई लड़ते-लड़ते सूट उतार दिया और दूसरी ओर मोदी ने आपकी लड़ाई ऐसे लड़ी की लाखों का सूट पहन लिया। राहुल गांधी ने कहा, हर हिंदुस्तानी को 15 लाख रुपये देने का वादा किया था सूटबूट वाले दोस्त ने। किसानों, युवाओं के हालात सुधारने की बात कही थी। महंगाई कम करने की बात कही थी। क्या महंगाई कम हुई? राहुल गांधी ने कहा, जब मैंने जमीनी अधिकार की लड़ाई शुरू की तो किसानों, मजदूरों के बीच गया... सभी ने कहा बिल नहीं आना चाहिए। आपकी जमीन है, ये सोना पैदा करती है। 10-15 साल पहले दाम नहीं था इसका, आज तेजी से बढ़ रहा है। मोदी जी सूटबूट वालों के लिए आपकी ये जमीन लेना चाहते हैं। मोदी जी ने कहा जमीन दे दो फिर विकास हम लाएंगे। जब विकास लाएंगे तो युवाओं को रोजगार मिलेगा। हमने कहा जमीन तो आपकी हम नहीं जाने देंगे, ये साजिश रोक दिया हमने।
राहुल गांधी ने कहा, अंग्रेजों की सरकार की तरह मोदी की सरकार आपकी जमीन छीनकर बेरोजगार बनाना चाहती है। मेक इन इंडिया की बात की, हर साल दो करोड़ रोजगार की बात की थी। कोई एक व्यक्ति यहां है जिसे मोदी जी ने रोजगार दिया। राजस्थान में अस्पतालों-स्कूलों को निजी हाथों में दे दिया। हम वहां मुफ्त दवाई देते थे, उसे बंद कर दिया। आप जानते हैं निजी अस्पतालों में कितने पैसे देना होता है। सरकार का काम है शिक्षा-स्वास्थ्य का बेहतर प्रबंध करना, लेकिन ये ऐसा नहीं करना चाहते। राहुल गांधी ने कहा, मध्यप्रदेश में व्यापमं हुआ, मुख्यमंत्री की पत्नी भी इसमें शामिल है, सुषमा स्वराज ललित मोदी के साथ थी, राजस्थान में भी ऐसा ही हाल है फिर भी मोदी जी कहते हैं भ्रष्टाचार खत्म हुआ, न खाउंगा न खाने दूंगा की बात इसके बाद भी करते हैं। यहां बीजेपी की सरकार आई तो दिल्ली से दो-तीन लोग आएंगे सूटबूट पहनकर कहेंगे ये जमीन अच्छी लगी है, किसान को फेंक दो और जमीन हथिया लो। महाराष्ट्र या अन्य राज्यों में जाएंगे तो कहेंगे भाषा नहीं आती मारेंगे और भगा देंगे। हमारी सरकार आई तो आपकी सुनवाई होगी। गरीबों, महिलाओं की सुनवाई होगी। राहुल गांधी ने कहा, आरएसएस-बीजेपी के लोग सोचते हैं गरीबो-कमजोरों में कोई ज्ञान नहीं है। राजस्थान में कहा था कि शिक्षा नहीं है तो स्थानीय चुनाव नहीं लड़ सकता। ऐसी उनकी सोच है। ये आपके बीच आकर आपसे गले नहीं मिलते, ये अपना सूट साफ रखना चाहते हैं, इसलिए आपकी बात वे नहीं समझ सकते। हम आपके बीच आए हैं, इसलिए आपकी बात समझ रहे हैं। राहुल गांधी ने कहा, जब बीजेपी को पता चलेगा कि चुनाव हार रहे हैं तो एक धर्म को दूसरे धर्म से लड़ाएंगे। आप उनकी बातों में न आइए। गरीबों, युवाओं और कमजोर लोगों की सरकार बनाइए।
रैल को संबोधित करते हुए तेजस्वी यादव ने कहा, आज का दिन ऐतिहासिक है। बाबा साहब अंबेडकर जी ने हमको रास्ता दिखाने का काम किया। 1917 में गांधी जी चंपारण की धरती पर आए थे उस समय अंग्रेजों की सरकार थी। आज केंद्र में फरेबी सरकार है। मोदी जी ने आपके सपनों के साथ खिलवाड़ किया, काला धन लाएंगे, हर साल एक करोड़ युवाओं को रोजगार देंगे, भ्रष्टाचार का उदाहरण एमपी में दिख रहा है। मोदी के राज में सोना-चांदी सस्ता हो गया, लेकिन प्याज महंगी हो गई। तेजस्वी यादव ने कहा, भाजपा की ही सरकार कहती है कि महाराष्ट्र में जो वहां की भाषा बोलेगा उसे ही आॉटो चलाने देंगे। क्या भाषा के दम पर रोजगार दिया जाएगा। दिल्ली में भी इसी सरकार के मंत्री बिहारियों को वापस लौटने को कहते हैं। तेजस्वी यादव ने कहा, बिहार के लोग बिकाऊ नहीं है टिकाऊ है। यहां के लोग उड़ती चिड़िया को हल्दी लगाते हैं। मेक इन इंडिया का असली कॉन्सेप्ट मेक इन अमेरिका है। वे अपनी वेबसाइट नहीं बना सकते हैं और मेक इन इंडिया की बात करते हैं। मनरेगा को लेकर यूपीए सरकार को घेरा था, योजना को बुरा कहा था, आज यही योजना अच्छी हो गई और कार्य के दिन बढ़ा दिया। राजग अहंकारियों का गठबंधन है। ये अमीरों की बात करते हैं, विनाश की बात करते हैं। तेजस्वी यादव ने कहा, हमारे नेता हमारे पिता लालू ने मंडल कमिशन को लागू करके आपको अधिकार देने का काम किया था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को आड़े हाथ लेते हुए तेजस्वी यादव ने कहा, जब चोर आता है चोरी करके जाता है, डकैत आता है तो डकैती करके जाता है, लेकिन ठग आता है तो आपके बीच मीठी-मीठी बातें करके ठग कर जाता है।
केसी त्यागी ने कहा, तीन लाख से ज्यादा किसान देश के आत्महत्या कर चुके हैं। राधा मोहन से जो आपके यहां के सांसद है से सवाल पूछा तो जवाब दिया कि आत्महत्या के कारणों में पारिवारिक समस्याएं, प्रेम प्रसंग, नपुंसकता, बेरोजगारी आदि है। केसी त्यागी ने कहा, कांग्रेस पार्टी के मंच से सबसे पहले गांधी जी ने गरीबों की आवाज उठाने का काम किया। दलित समाज की साभी मांगों को उन्होंने स्वीकार किया था। आरएसएस पर निशाना साधते हुए कहा, दलितों के उस कार्यक्रम में जाने की वजह से 1931 में पहला हमला किया गया। उन्हीं लोगों ने ऐसा किया, जो बाबा भीमराव अंबेडकर और बाबू जगजीवन राम के विरोधी थे। रैली को संबोधित करते हुए मीरा कुमार ने कहा, गांधी जी हमेशा बस देश को आजाद कराने की सोचा करते थे। तभी चंपारण की धरती से देश को आजाद कराने का बिगुल बजाने चंपारण आए थे, चंपारण की धरती पर गरीब किसानों, मजदूरों की धरती पर गांधी को ज्ञान हुआ था कैसे देश को आजाद कराना है। मीरा कुमार ने कहा, कांग्रेस का इतिहास स्वतंत्रता में बलिदान का रहा है, लेकिन भाजपा बता सकती है कि उसका ऐसा कुछ इतिहास रहा है? मोदी पर निशाना साधते हुए मीरा कुमार ने कहा कि आज जो ऊंचाइयों पर पहुंच गए हैं, उनको वहां तक पहुंचाने में भी कांग्रेस का ही हाथ है। मीरा कुमार ने कहा कि जो पार्टियां सांप्रिदायिका में विश्वास रखती हैं, उनको बिहार में प्रवेश न करने दीजिए। आप लोग रक्षक बनकर ऐसी पार्टी को रोकने के लिए खड़े हो जाइए। ये लोग सांप्रदायिकता फैलाकर बिहार की धरती को प्रदुषित करना चाहते हैं।
मीरा कुमार ने कहा कि बीजेपी पर कटाक्ष किया कि ये लोग कहते हैं गुजरात, राजस्थान, हरियाणा आगे बढ़ गया है। हम कहना चाहते हैं कि गुजरात जो मॉडल बना है वो बिहारियों के दम पर बना है। आज आपसे कहना है कि अपने दम पर बिहार का मॉडल बनाइए, जिससे सारे मॉडल पीछे छूट जाए। गुलाम नबी आजाद ने कहा, जब-जब भारत का इतिहास लिखा जाएगा, तब-तब चंपारण का नाम उसमें रहेगा। जो चिंगारी चंपारण से उठी, उसी ने देश की आजादी में अहम रोल अदा किया। 1917-18 में महात्मा गांधी यहां बार-बार आए। 1918 को गवर्नर जनरल अॉफ इंडिया को झुकना पड़ा। मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए उन्हों ने कहा कि, मोदी सरकार दूसरे अंग्रेजो का रूप लेकर काम कर रही है। मजदूरों के साथ उस वक्त जैसा बर्ताव होता था आज वैसा ही हो रहा है। जैसे अंग्रेजों को झुकना पड़ा वैसे ही मोदी सरकार को भी लैंड बिल पर झुकना पड़ा। सोनिया गांधी के आंदोलन में शामिल सभी नेताओं को बधाई देना चाहूंगा, जिसकी वजह से शोषण करने वाला लैंड बिल कानून को मोदी सरकार को वापस लेना पड़ा। गुलाम नबी आजाद ने कहा, कुछ लोग काम करते हैं, कुछ लोग गांधी-नेहरू, अंबेडकर, इंदिरा गांधी, राजीव गांधी की तरह बलिदान देते हैं। कुछ लोग सत्ता में केवल धोखा देने आते हैं। वे लोग यहां फिर आएंगे, लेकिन उनमें कोई सच नहीं होगा। गुलाम नबी आजाद ने कहा, पिछले साल जम्मू-कश्मीर में चुनाव से पहले 110 साल के बाद पहली बार भीषण बाढ़ आ गई। मोदी सरकार को मालूम था दो माह बाद चुनाव है। उन्होंने वादा किया हालत सामान्य होने के बाद पैकेज दूंगा।आज सितंबर का महीना है 12 माह बाद भी मोदी का पैकेज नहीं आया। इसी तरह बिहार में भी पैकेज, निर्माण, उद्योग और रोजगार की बात करेंगे, चुनाव खत्म होने के बाद भूल जाएंगे।
गुलाम नबी आजाद ने कहा, बीजेपी की जब कुछ नहीं चलती है, जब पराजय के नजदीक आती है, तो वे दंगे कराते हैं। आपको उस बारे में सतर्क रहना होगा। चुनाव के वक्त जो भी आपके मोबाइल, सोशल मीडिया के जरिए गलत बात आए तो उसे झूठ समझिए... कुछ लोग इसका फायदा उठाने की कोशिश करेंगे। इससे पहले रैली में शामिल होने के लिए दोपहर राहुल गांधी 1 बजे पटना पहुंचे। यहां मुख्येमंत्री नीतीश कुमार उनसे एयरपोर्ट पर मिलने पहुंचे। 15 मिनट तक चली मुलाकात के बाद राहुल गांधी जदयू के राष्ट्रीय महासचिव केसी त्यागी और आरजेडी से तेजस्वी यादव के साथ चंपारण पहुंचे। राहुल गांधी के साथ मंच पर पूर्व केंद्रीय मंत्री गुलाम नबी आजाद, पूर्व लोकसभा स्पीकर मीरा कुमार, जदयू के राष्ट्रीय महासचिव केसी त्यागी, आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद के पुत्र तेजस्वी यादव मौजूद थे।
- Blogger Comments
- Facebook Comments
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
0 comments:
Post a Comment
आपकी प्रतिक्रियाएँ क्रांति की पहल हैं, इसलिए अपनी प्रतिक्रियाएँ ज़रूर व्यक्त करें।