नई दिल्ली। साल 1993 के सिलसिलेवार बम धमाकों के अपराधी याकूब मेमन की आखिरी अपील ठुकराने वाले सुप्रीम कोर्ट के जज को धमकी भरी चिट्ठी मिली है। दिल्ली पुलिस ने जस्टिस दीपक मिश्र को मिली इस चिट्ठी के सिलसिले में केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
चिट्ठी लिखने वाले ने अपनी पहचान जाहिर नहीं की है। चिट्ठी में जस्टिस मिश्र को कथित तौर पर धमकी दी गई है कि सुरक्षा बढ़ाए जाने की सूरत में भी उनको निशाना बनाया जाएगा। 30 जुलाई की सुबह याकूब को फांसी दिए जाने के ठीक बाद जस्टिस मिश्र और उनके दो सहयोगी जजों की सुरक्षा खतरे की आशंका के मद्देनजर बढ़ा दी गई थी। फांसी से पहले आखिरी लम्हों में दायर की गई अपील को सुप्रीम कोर्ट की तीन जजों की बेंच ने ठुकरा दिया था। 1993 के बम धमाकों में 257 लोगों की मौत हुई थी और याकूब को इस मामले में 2007 में दोषी ठहराया गया था।
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