पटना। बिहार में होने वाले विधानसभा चुनाव में सीटों के बंटवारे पर सहमति की आधिकारिक घोषणा बुधवार को हो गई। बिहार के सीएम और जेडीयू नेता नीतीश कुमार, आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव और बिहार कांग्रेस के प्रभारी सीपी जोशी की मौजूदगी में सीटों के बंटवारे की घोषणा की गई। प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा गया कि चुनाव में आरजेडी और जेडीयू 100-100 सीटों पर और कांग्रेस 40 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। पहले भी इसी आंकड़े का अनुमान लगाया जा रहा था। गौरतलब है कि यह पहली प्रेस कॉन्फ्रेंस है, जिसमें गठबंधन करने वाले एक साथ मौजूद थे। इस मौके पर लालू, नीतीश और जोशी ने 30 अगस्त को पटना के गांधी मैदान में स्वाभिमान रैली की भी घोषणा की। बताया गया कि इस रैली में मोदी द्वारा लगाए गए हर आरोप का एक-एक कर जवाब दिया जाएगा।
प्रेस कॉन्फ्रेस में आधिकारिक घोषणा सबसे पहले नीतीश ने की, जिन्होंने बताया कि आरजेडी और जेडीयू में 100-100 सीटों पर सहमति बन गई है और कांग्रेस 40 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। नीतीश ने एनसीपी, जनता दल (एस) और इनेलो जैसे दलों के साथ में आने की भी उम्मीद जताई। नीतीश के मुताबिक अब जनता परिवार में किसी तरह की कोई असहमति नहीं है। इसके बाद लालू ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बीजेपी पर हमला करते हुए कहा कि जनता परिवार पूरी मजबूती के साथ चुनाव में उतरेगा। लालू ने कहा कि देश को बीजेपी के जाल से बचाने के लिए सबको एक साथ चलना होगा। लालू ने कहा, 'देश के पीएम मोदी ने बिहार का अपमान किया है। फूहड़ भाषा में गाली-गलौज किया है और अपने वादों से पलटे हैं। हम बीजेपी और आरएसएस को धूल चटाएंगे। हमारे बीच कोई गलतफहमी नहीं है।' कांग्रेस की ओर से प्रभारी सीपी जोशी ने इस घोषणा के साथ-साथ कहा कि मोदी सरकार संसदीय लोकतंत्र के लिए खतरा हैं। तानाशाही की प्रवृत्ति रोकने के लिए हमें एक साथ आना होगा। स्वाभिमान रैली में कांग्रेसी कार्यकर्ता भी मौजूद होंगे। वैसे आंकड़ों पर नजर डालें तो 2010 के चुनाव में लालू ने 168 सीटों पर उम्मीदवार उतारे थे और नीतीश की पार्टी 141 सीटों पर लड़ी थी। इस चुनाव में नीतीश की पार्टी को 115 और लालू की पार्टी को 22 सीटों पर जीत मिली थी।
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