वर्धा (महाराष्ट्र)। भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई लड़ने वाले मशहूर सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे ने कहा है कि वह आने वाली 25 मार्च को भूमि अधिग्रहण विधेयक के खिलाफ जनमानस को लामबंद करने के लिए यहां सेवाग्राम से दिल्ली तक पदयात्रा की शुरुआत करेंगे। हजारे ने पदयात्रा को लेकर यहां अपने साथियों के साथ चर्चा की। वह बीती रात वर्धा पहुंचे थे। उन्होंने कहा कि यह पदयात्रा 25 मार्च से शुरू होगी और 27 अप्रैल को दिल्ली के रामलीला मैदान में संपन्न होगी। कई किसान संगठनों ने भी इस पदयात्रा में शामिल होने का संकल्प लिया है। इस यात्रा से पहले वह 23 मार्च को पंजाब में शहीद भगत सिंह के गांव का दौरा करेंगे और शहीद-ए-आजम को श्रद्धांजलि देंगे। 23 मार्च को भगत सिंह का शहीदी दिवस है। उन्होंने कहा कि दिल्ली के राम लीला मैदान में किसी राजनीतिक दल के किसी नेता को मंच पर आने की इजाजत नहीं होगी।
हजारे ने कहा, 'हिंसा की अनुमति किसी भी कीमत पर नहीं दी जाएगी। ऐसा होने पर इस पदयात्रा को निलंबित कर दिया जाएगा।' अन्ना हजारे ने भूमि अधिग्रहण विधेयक के 'किसान विरोधी' प्रावधानों के खिलाफ नरेंद्र मोदी सरकार पर दबाव बनाने के लिए अभियान की शुरुआत की है। उन्हें कई किसान संगठनों का भी समर्थन हासिल है। उन्होंने महात्मा गांधी के ऐतिहासिक दांडी मार्च की तर्ज पर ही इस पदयात्रा की योजना बनाई है। पिछले महीने हजारे ने दिल्ली के जंतर-मंतर पर इसी मुद्दे को लेकर दो दिनों तक धरना दिया था।
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