नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी लोकसभा में कल की तरह आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बगल में नहीं बैठे। यद्यपि, वे अग्रिम पंक्ति में केंद्रीय मंत्री सुषमा स्वराज, राजनाथ सिंह और रामविलास के साथ जरूर बैठे नजर आए। मोदी के बगल में आज राजनाथ सिंह बैठे दिखे। वास्तव में, आडवाणी ने संसदीय कार्य मंत्री वेंकैया नायडू से दूसरी पंक्ति में बैठने की अनुमति मांगी थी, लेकिन वरिष्ठता को देखते हुए उनसे पहली पंक्ति में ही बैठने का आग्रह किया गया। गौरतलब है कि प्रधानमंत्री मोदी और आडवाणी लोकसभा में बुधवार को सत्ता पक्ष की बेंच पर अगली पंक्ति में एक साथ बैठे थे। मोदी की अगुवाई में बनी नई सरकार में आडवाणी शामिल नहीं हैं, किंतु परंपरा के विपरीत वह प्रधानमंत्री के साथ अगली पंक्ति में बैठे थे। आमतौर पर मंत्रिमंडल के सदस्य ही अगली पंक्ति में प्रधानमंत्री के साथ बैठते हैं। आडवाणी वर्ष 2009 में भाजपा की तरफ से प्रधानमंत्री के उम्मीदवार के तौर पर पेश किए गए थे। किंतु पार्टी सत्ता नहीं पा सकी थी। इस बार मोदी की अगुवाई में राजग ने प्रचंड बहुमत हासिल किया है। वर्ष 1984 के बाद यह पहला मौका है जब किसी एक पार्टी को अपने बूते बहुमत मिला है। इसी तरह राहुल गांधी विपक्ष की ओर अंतिम पंक्ति में बैठे नजर आए। वह इस दौरान एनसीपी सांसद सुप्रिया सुले से लंबी वार्ता करते दिखे।
0 comments:
Post a Comment
आपकी प्रतिक्रियाएँ क्रांति की पहल हैं, इसलिए अपनी प्रतिक्रियाएँ ज़रूर व्यक्त करें।