गोवा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विक्रमादित्य युद्धपोत का जायजा किया। 20 मंजिला यह युद्धपोत एक तैरते शहर जैसा है, जहां हर महीने एक लाख अंडे और 20 हजार लीटर दूध की खपत है। रूस से खरीदा गया 44,500 टन वजनी आईएनएस विक्रमादित्य भारतीय नौसेना से जुड़ा नया विमान वाहक पोत और सैन्य शक्ति का सबसे शक्तिशाली प्रतीक है।
पिछले साल नवंबर महीने में तत्कालीन रक्षा मंत्री ए.के.एंटनी की मौजूदगी में पोत का जलावतरण हुआ था। आईएनएस विक्रमादित्य की लंबाई 284 मीटर और इसकी चौड़ाई 60 मीटर है, जिसमें तीन फुटबॉल मैदान समा सकते हैं। 20 मंजिल ऊंचे इस पोत में 22 डेक हैं।
पोत पर 1600 कर्मचारी तैनात हैं और यह एक तैरते हुए शहर जैसा दिखता है। इस विशाल युद्धपोत में रह रहे कर्मचारियों पर हर महीने कम से कम एक लाख अंडे, 20,000 लीटर दूध और 16 टन चावल की खपत होती है। इसके अलावा भी बहुत सारे खर्च हैं।
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