थिंपू। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार सुबह अपने पहले विदेश दौरे के तहत भूटान पहुंचे। यहां उनके भव्य स्वागत की तैयारियों से साफ था कि भूटान भी मोदी का मुरीद हो गया है। मोदी ने भूटान नरेश जिग्मे खेसर नामग्येल वांगचुक से करीब एक घंटे तक मुलाकात की। इसके बाद वे भूटान के प्रधानमंत्री शेरिंग तोबगे से मिले।
मोदी ने इस बातचीत में द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत करने का संकल्प लिया। उन्होंने इसका उल्लेख बी2बी संबंध यानी भारत से भूटान संबंध के रूप में किया। मोदी ने दो दिवसीय यात्रा शुरू करते हुए भारत द्वारा निर्मित भूटान के सुप्रीम कोर्ट का उद्घाटन किया। इससे पहले भूटान के प्रधानमंत्री शेरिंग तोबगे ने पारो अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर अपने कैबिनेट सहयोगियों के साथ मोदी का जोरदार स्वागत किया। भूटान की सेना ने मोदी को 20 मिनट तक गार्ड ऑफ ऑनर दिया। इसके बाद मोदी सड़क के रास्ते पारो से थिंपू गए। 50 किलोमीटर लंबे इस पूरे रास्ते पर सैकड़ों स्कूली बच्चों और आम लोगों ने मोदी के स्वागत में भारत-भूटान के झंडे लहराए। रास्ते भर मोदी की तस्वीरों वाले बड़े-बड़े होर्डिंग भी लगे थे। प्रधानमंत्री पारो से 50 किलोमीटर दूर थिम्पू गए। इस पहाड़ी रास्ते में प्रकृति के नयनाभिराम दृश्य दिखाई देते हैं। मोदी के साथ विदेश मंत्री सुषमा स्वराज, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल और विदेश सचिव सुजाता सिंह भी भूटान दौरे पर हैं।
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