लखनऊ। समाजवादी पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता राजेन्द्र चौधरी ने कहा है कि कुछ लोग अपनी गलतियों से भी सबक नहीं सीखते है। बसपा की पूर्व मुख्यमंत्री उनमें से एक है। झूठ और लूट के सहारे उन्होने पूरे पांच साल तक सिर्फ मोटा कमीशन बटोरने का काम किया और जनता की तकलीफों पर कतई ध्यान नहीं दिया। उनके राज में ही बलात्कार, हत्या और अपहरण के मामलों में उनके आधा दर्जन मंत्री जेल की सलाखो के पीछे चले गए। खुद कभी स्वयं मायावती ने माना था कि उनकी पार्टी और सरकार में 500 से ज्यादा अपराधी हैं जिनकी सूची उन्होंने कभी प्रकाशित नहीं की। उन्हें अब न जाने कैसे प्रदेश में समाजवादी सरकार में अराजकता और कानून व्यवस्था भंग होने का खतरा दिखाई देने लगा है।
दरअसल, प्रदेश में बसपाई ही सबसे ज्यादा अराजकतत्व हैं। अब भी समय है कि बसपा अध्यक्ष अपने उन 500 बसपाई अपराधियों की सूची जारी कर दें। सब जानते हैं कि इन्हीं माफियाओं ने बसपाई मंत्रियों और अफसरों से मिलकर प्रदेश में हर स्तर पर जमकर लूट मचाई थी। बसपा अध्यक्षा को बदायूं और इटावा की घटनाओं की याद आई है। अपने हित को जनहित बताकर वे प्रदेश में राष्ट्रपति राज की मांग उठा रही है। उनकी इन मांगों का कोई संवैधानिक औचित्य इसलिए नहीं है कि मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने घटनाओं पर तत्काल कार्यवाही की और अपराधियों की गिरफ्तारी कराई। अपराधियों को सख्त सजा दिलाने के मुख्यमंत्री के निर्देश हैं। बसपा अध्यक्षा का यह कहना कि बिजली सप्लाई में प्रदेशवासियों के बीच भेदभाव किया जा रहा है। अनर्गल प्रलाप है। गर्मियों में वैसे भी बिजली का कुछ संकट रहता है। मुख्यमंत्री जनता को राहत देने के लिए 15 करोड़ रूपए की नकद 4500 मेगावाट बिजली रोज खरीद कर दे रहे हैं। भाजपा, कांग्रेस और बसपा बिजली पर झूठी सियासत कर रहे हैं। केन्द्र सरकार यूपी को कोटे की बिजली आपूर्ति नहीं कर रही है। मायावती तो प्रदेश की समाजवादी सरकार के हिस्से में मंहगी बिजली खरीद कर 25 हजार करोड़ रूपए का कर्जा छोड़ गई थी। बसपा सरकार में प्रदेश में एक यूनिट बिजली नहीं पैदा हुई। तमाम बिजलीघरों में यंत्रों की मरम्मत भी नहीं हुई। सरकारी खजाने की लूट का यह सिलसिला समाजवादी सरकार के आने पर रूक गया है। मायावती के लिए यही बुरे दिन हैं कि उनकी तानाशाही, कमीशनखोरी व लूट का जमाना आनेवाला नहीं है।
सपा के युवा नेताओं से मुलायम ने जाने लोकसभा चुनाव में हार के कारण
समाजवादी पार्टी के चारों युवा प्रकोष्ठों छात्र सभा, लोहिया वाहिनी, मुलायम सिंह यूथ बिग्रेड तथा युवजन सभा के पूर्व प्रदेश अध्यक्षों सहित इनके जिला/महानगर अध्यक्षों की बैठक यहां पार्टी मुख्यालय, लखनऊ में हुई जिसका मार्गदर्शन समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव ने किया। बृजेश यादव, अतुल प्रधान, प्रदीप तिवारी तथा मो.एबाद ने चुनाव के हालात की जानकारी दी। जिलाध्यक्ष तथा महानगर अध्यक्षों से अलग-अलग भी नेताजी ने बात की। इस मौके पर एसआरएस यादव भी मौजूद थे। मुलायम सिंह यादव ने कहा कि पार्टी का भविष्य नौजवान हैं। सन् 2012 के विधान सभा चुनावों में इन्होंने बड़ी भूमिका निभाई और अखिलेश यादव के नेतृत्व में बहुमत की सरकार बनाई। उन्होने कहा लोकसभा चुनाव-2014 के नतीजो से निराश न हों, पूरे दमखम के साथ काम करते रहें। निराश होने की जरूरत नहीं, जनता के बीच बराबर बने रहें। यादव ने कहा कि जनता के जनादेश का हम सम्मान करते हैं। उन्होंने यह भी नौजवानों से कहा कि किसानों, नौजवानों, वंचितों को तमाम सुविधाएं देने के बावजूद क्यों हार हुई इसकी भी समीक्षा करें। उन्होने नौजवानों का आव्हान किया कि वे दिन रात गरीबों की सेवा में जुटे रहें।
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