नई दिल्ली। नरेंद्र मोदी आज 40 मंत्रियों के साथ राष्ट्रपति भवन में शपथ लेंगे। मोदी मंत्रिमंडल में शामिल होने वाले मंत्रियों की सूची फाइनल करके राष्ट्रपति भवन को भेजी जा चुकी है। मोदी प्रधानमंत्री पद के लिए आज शाम 6 बजे में शपथ लेंगे। मनमोहन सिंह के मुकाबले मोदी का मंत्रिमंडल काफी छोटा होगा। सूत्रों के अनुसार कैबिनेट मंत्रियों में राजनाथ सिंह, अरुण जेटली, सुषमा स्वराज, राजीव प्रताप रूडी, करिया मुंडा, नितिन गडकरी, उमा भारती, अनंत कुमार, अनंत गीते का नाम भी शामिल है। वहीं, राज्य मंत्री के रूप में कलराज मिश्र, सत्यपाल सिंह, स्मृति ईरानी, अनुराग ठाकुर का नाम भी शामिल है। सूत्रों के मुताबिक राजनाथ सिंह मोदी सरकार में नंबर दो की स्थिति में हो सकते हैं। उनके अलावा अरुण जेटली, नितिन गडकरी, सुषमा स्वराज और वेंकैया नायडू को अहम मंत्रालय मिलेंगे। सहयोगी दलों में तेलुगु देशम पार्टी और शिवसेना के कोटे में तीन-तीन स्थान आ रहे हैं। दोनों दलों से एक कैबिनेट व दो राज्य मंत्री होंगे। वैसे शिवसेना दो कैबिनेट मंत्रियों के लिए दबाव बनाए हुए है। बिहार में राम विलास पासवान और उपेंद्र कुशवाहा जैसे सहयोगियों को भी एक-एक सीट ही मिलेगी। उम्मीद है कि पासवान को कैबिनेट मंत्री और कुशवाहा को राज्य मंत्री बनाया जा सकता है।
मंत्रिमंडल को सीमित आकार देने के लिए एक कैबिनेट मंत्री को समान क्षेत्रों वाले कई मंत्रालयों की जिम्मेदारी सौंपी जा सकती है। मनमोहन कैबिनेट में जहां मंत्रियों की संख्या 75 के करीब थी, वहीं मोदी मंत्रिमंडल 35 से 40 सदस्यीय ही होगा। देर रात गुजरात भवन स्थित मनोनीत प्रधानमंत्री के सचिवालय ने भी इसकी पुष्टि कर दी। सूत्रों के अनुसार मोदी मंत्रिमंडल में करीब डेढ़ दर्जन कैबिनेट और 20 राज्य मंत्री होंगे। सबसे ज्यादा मंत्री उत्तर प्रदेश से होंगे। सूबे से कम से कम सात मंत्रियों को मोदी अपनी सरकार में जगह देंगे। मंत्री पद की शपथ के लिए देर रात तक न तो नेताओं के पास फोन पहुंचा था और न ही राष्ट्रपति भवन को सूची मिली, लिहाजा सभी नेताओं में खासी बेचैनी और छटपटाहट रही। मोदी के स्वभाव को जानने वाले मान रहे हैं कि सोमवार सुबह ही सभी को सूचना भेजी जा सकती है।
राजनाथ सिंह को गृह, अरुण जेटली को वित्त, सुषमा स्वराज को रक्षा, वेंकैया नायडू को कृषि, रविशंकर प्रसाद को कानून, पीयूष गोयल को वाणिज्य मंत्रालय का जिम्मा सौंपा जा सकता है। चर्चा है कि परिवहन मंत्रालय में रेलवे, भूतल परिवहन, जहाजरानी और नागरिक उड्यन मंत्रालयों को समाहित कर दिया जाएगा और इसकी कमान नितिन गडकरी को दी जाएगी। मोदी की करीबी स्मृति ईरानी को सूचना प्रसारण राज्य मंत्री, स्वतंत्र प्रभार बनाया जा सकता है। सूत्रों ने बताया कि नरेंद्र मोदी विदेश मंत्रालय अपने पास रख सकते हैं। लालकृष्ण आडवाणी मार्गदर्शक की भूमिका में हो सकते हैं, जबकि मुरली मनोहर जोशी सरकार में तो नहीं होंगे, लेकिन लोकसभा अध्यक्ष की दौड़ में उनका नाम शामिल है।
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