लखनऊ। समाजवादी पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता एवं कारागार मंत्री राजेन्द्र चौधरी ने कहा कि बसपा की अध्यक्षा ने राजनीति में दोहरे मानदण्ड का नया रिकार्ड कायम किया है। लोकसभा चुनावों में वे दिखावे के लिए केन्द्र में भाजपा की सरकार बनने का विरोध कर रही हैं, लेकिन अंदरखानें में भाजपा का दिल्ली जाने का रास्ता खोलने में लगी हैं। अपने चुनाव भाषणों में वे लगातार समाजवादी पार्टी सरकार पर हमला कर रही हैं जबकि सभी जानते है कि भाजपा से मोर्चा लेेने का दम यदि किसी में है तो वह समाजवादी पार्टी में ही है। मुलायम सिंह यादव ही धर्मनिरपेक्षता की लड़ाई लडते रहे हैं। इसके बावजूद समाजवादी पार्टी पर हमला कर मायावती अपने तरीक से नरेन्द्र मोेदी को ही दिल्ली पहॅुचाने में लगी हैं।
बसपा की मायावती 15 मार्च, 2012 को श्री अखिलेश यादव के नेतृत्व में समाजवादी सरकार बनने के दिन से ही बौखलाई हुई है। उन्हें पहले दिन से ही प्रदेश में जंगलराज दिखने लगा है। उनका बस चलता तो वे पहले दिन ही सरकार बर्खास्त करा देती। समाजवादी पार्टी की उपलब्धियों से जनता में समाजवादी पार्टी के प्रति जो लोकप्रियता बढ़ी है, उससे बसपा में घबड़ाहट और हताषा है। बसपा के अब दोबारा सत्ता में आने की दूर-दूर तक संभावना नहीं रही गई है। ऐसे मेें बसपा भाजपा को अपने मत स्थानान्तरित करने की साजिशें करने लगे, तो आश्चर्य नहीं होगा।
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