नई दिल्ली। बीजेपी के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को वाराणसी संसदीय सीट के लिए अपना नामांकन दाखिल कर दिया। इससे पहले मोदी ने अपना रोड शो किया। मोदी ने दावा किया कि वे ना काशी में आए हैं और ना भेजे गए हैं। उन्हें गंगा मैया ने यहां बुलाया है। उन्होंने वादा किया कि मौका मिलने पर वे गंगा को साफ करने से लेकर बुनकरों की जिंदगी बेहतर करने में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे। बनारस की सड़कों पर हर तरफ भगवा लहर नजर आ रही थी। पीएम पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी के नामांकन ने बीजेपी कार्यकर्ताओं में जबरदस्त जोश भर दिया था। मोदी सुबह करीब 10.30 बजे वाराणसी एयरपोर्ट पहुंचे और फिर हेलीकॉप्टर के जरिये बीएचयू पहुंचे। पंडित मदन मोहन मालवीय की मूर्ति पर माल्यार्पण करने के बाद मोदी एक बार फिर हेलीकॉप्टर से काशी विद्यापीठ पहुंचे जहां उन्होंने सरदार पटेल की मूर्ति पर माल्यार्पण करने के बाद रोड शो शुरू किया।
इस दौरान मोदी ट्रक पर सवार थे। उनके साथ बीजेपी के तमाम बड़े नेता भी थे। रास्ते में स्वामी विवेकानंद और डॉ. अंबेडकर की मूर्ति पर माल्यार्पण करते हुए वे कचहरी पहुंचे। नामांकन का आखिरी दिन होने की वजह से तमाम प्रत्याशी वहां पहले से डटे थे। मोदी को नामांकन के लिए थोड़ा इंतजार करना पड़ा। इस दौरान उन्होंने बनारस की सूरत बदलने के तमाम दावे किए। मोदी के रोड शो के दौरान सुरक्षा व्यवस्था काफी कड़ी थी। लेकिन भीड़ की वजह से कई जगहों पर बैरिकेडिंग टूट गई। समर्थकों ने दावा किया कि मोदी ऐतिहासिक जीत हासिल करेंगे। मोदी के प्रस्तावकों में पंडित मदन मोहन मालवीय के पौत्र जस्टिस गिरिधर मालवीय और मशहूर गायक छन्नू लाल मिश्र भी शामिल हैं। एक नाविक और एक बुनकर को भी मोदी ने प्रस्तावक बनाया। वाराणसी में मोदी की लड़ाई आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल और कांग्रेस के अजय राय से है। पर्चा भरने से पहले मोदी ने कहा कि उन्हें बीजेपी ने वाराणसी नहीं भेजा, न ही वह आए हैं बल्कि उन्हें 'गंगा मां' ने बुलाया है। उन्होंने एक बार फिर अपने ब्लॉग में लिखी बात दोहराई कि वह गंगा को साबरमती जैसा बनाना चाहते हैं। मोदी ने कहा, कि वाराणसी की परंपरा को प्रणाम है। मैं भी शिव की नगरी वडनगर में जन्मा हूं। गंगा-जमुना की तहजीब के लिए मुझे परमात्मा शक्ति दे ताकि मैं नगर की सेवा कर सकूं। मैं मां की गोद में लौटा हूं।
मोदी के साथ उनके सबसे करीबी और बीजेपी के यूपी प्रभारी अमित शाह, बीजेपी नेता मुख्तार अब्बास नकवी, रविशंकर प्रसाद भी मौजूद थे। मोदी के रोड शो को देखते हुए कई निजी स्कूल बंद कर दिए गए। काशी विद्यापीठ से कचहरी घाट की दूरी लगभग साढ़े तीन किलोमीटर की है, लेकिन इस फासले को तय करने में मोदी को करीब 2 घंटे का वक्त लग गया। रोड शो में हिस्सा लेने देश के अलग-अलग इलाकों से लोग आए। मोदी ने नामांकन के लिए ग्रह-नक्षत्र का भी ध्यान रखा गया है। कहा जा रहा है कि गुरुवार को दो महत्वपूर्ण योग आयुष्मान और सर्वार्थसिद्धि योग बन रहा है। मान्यता है कि इन योगों में शुरू किए जाने वाले कार्यों में सफलता जरूर मिलती हैं।
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