चंडीगढ़ (पंकज खन्ना)। पंजाब प्रदेश कांग्रेस के प्रधान प्रताप सिंह बाजवा के साथ विधानसभा में नेता विपक्ष सुनील जाखड़ ने दिल्ली में कांग्रेस सुप्रीमो सोनिया गांधी व प्रधानमंत्री डा. मनमोहन सिंह से मुलाकात की और देश की 80 करोड़ जनसंख्या को खाद्य सुरक्षा देने वाले खाद्य सुरक्षा अध्यादेश के लिए धन्यवाद किया। बाजवा के साथ प्रदेश कांग्रेस के उपाध्यक्षों में चरणजीत सिंह चन्नी व ओम प्रकाश सोनी, मोहिंदर सिंह केपी सांसद व पूर्व अध्यक्ष प्रदेश कांग्रेस, रवनीत सिंह बिट्टू सांसद, कुलजीत सिंह नागरा व अश्विनी सेखड़ी सचिव एआईसीसी सहित पंजाब से अन्य विधायक भी थे।
बाजवा ने श्रीमती गांधी व डा.सिंह से कहा कि खाद्य सुरक्षा अध्यादेश एक क्रांतिकारी कदम है, जो देश से भुखमरी को खत्म कर देगा। उन्होंने प्रधानमंत्री से चिंता प्रकट की कि जहां यूपीए सरकार खाद्य सुरक्षा पर 1.25 लाख करोड़ खर्चेगी वहीं पंजाब की प्रदेश सरकार के पास अनाज की ढुलाई के लिए तैयारी नहीं है। सरकार ने पंजाब में सार्वजनिक वितरण प्रणाली में सुधार नहीं किया है। ऐसे में पंजाब में अनाज की सप्लाई की व्यवस्था केन्द्र को खुद ही करनी होगी। बाजवा ने श्रीमती गांधी व प्रधानमंत्री से तीन पहाड़ी राज्यों हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड व जम्मू कश्मीर के आधार पर पंजाब को विशेष औद्योगिक पैकेज की मांग की। इन पहाड़ी राज्यों के लिए यह पैकेज बढ़ाने के दौरान केन्द्र को पंजाब के छह बार्डर जिलों गुरदासपुर, पठानकोट, अमृतसर, तरनतार, फिरोजपुर व फाजिल्का को समान रियायतें देनी चाहिए। जिन जिलों को भारत-पाक युद्ध व आतंकवाद के दौरान गंभीर समस्याओं का सामना करना पड़ा है। उन्होंने कहा कि पंजाब की सरकार औद्योगिक हितैषी नीति लाने में विफल रही है और भारी टैक्स लगाए गए हैं। सरकार की नीति ने उद्योगों को पंजाब में तबाह कर दिया है। उन्होंने कहा कि बार्डर जिलों में सस्ती जमीन व पानी की उपलब्धता है। यदि इन जिलों को विशेष पैकेज मिलता है तो उद्योगों को विकल्प मिल जाएगा। बाजवा व जाखड़ ने यूपीए चेयरपर्सन व प्रधानमंत्री का इंडस्ट्रीयल कोरिडोर को अमृतसर तक बढ़ाने व पंजाब को नए एयरपोर्ट देने पर धन्यवाद किया, जिससे प्रदेश की अर्थव्यवस्था को प्रोत्साहन मिलेगा।
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