नई दिल्ली। छत्तीसगढ़ के सुकमा में कांग्रेस नेता महेंद्र कर्मा के काफिले पर हुए हमले के बाद सलवा जुडूम का नाम काफी चर्चा में रहा। आखिर सलवा जुडूम होता क्या है, इसकी शुरूआत कैसे और कब हुई? सलवा जुडूम एक आदिवासी शब्द होता है। छत्तीसगढ़ के सुकमा में 25 मई को नक्सलियों द्वारा घात लगाकर कांग्रेस के काफिले पर किए गए माओवादी हमले में कांग्रेस नेता महेंद्र कर्मा सहित 29 नेताओं की मौत हो गई थी, माओवादियों ने उस हमले को सलवा जुडूम का बदला करार दिया था। सुकमा में नक्सलियों के हमले में मारे गए कांग्रेसी नेता महेंद्र कर्मा को ही सलवा जुडूम का जनक माना जाता है। छत्तीसगढ़ में जब नक्सलियों की घटनाएं ज्यादा बढ़ने लगी थी तब महेंद्र कर्मा ने सलवा जुडूम की शुरुआत 2005 में की थी। सलवा जुडूम द्वारा महेंद्र कर्मा ने नक्सलियों को उन्हीं की भाषा में सबक सिखाने की तैयारी की। नक्सली जिन ग्रामीण इलाकों में अपना कहर बरपाते थे, महेंद्र कर्मा ने सलवा जुडूम अभियान चलाकर ग्रामीणों की फोर्स तैयार कराई जो नक्सलियों के खिलाफ लड़ सके। सलवा जुडूम से नक्सलियों पर काफी असर पड़ा। जिससे नक्सलियों ने सलमा जुडूम को खत्म करने के लिए कांग्रेस नेता महेंद्र कर्मा की हत्या कर दी। (साभार)
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