चंडीगढ़। पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रधान प्रताप सिंह बाजवा ने कांग्रेस हाइकमान और यूपीए चेयरपर्सन सोनिया गांधी से मुलाकात करके पंजाब में फैले सियासी आतंकवाद, असुरक्षा व अकाली-भाजपा सरकार के भ्रष्टाचार संबंधी जानकारी दी। बाजवा ने सोनिया गांधी को बताया कि अकाली-भाजपा सरकार पूरी तरह भ्रष्टाचार में डूब चुकी है और केन्द्र सरकार की अलग-अलग विकास योजनाओं व सामाजिक भलाई के लिए भेजे जाने वाले फंडों में खुलेआम घपला किया जा रहा है। पंजाब के मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल भ्रष्ट मंत्रियों को संरक्षण दे रहे हैं। हाल ही में सामने आए दो मामलों में पशुपालन मंत्री गुलजार सिंह रणिके व शिक्षा मंत्री सिकंदर सिंह मलूका सीधे तौर पर केन्द्रीय फंडों के घपले में शामिल हैं। इस क्रम में रणिके ने बार्डर क्षेत्र के विकास के लिए 20 करोड़ से अधिक की ग्रांट में बेइमानी की है। मगर मुख्यमंत्री ने रणिके को संरक्षण देते हुए क्लीन चिट दे दी और इस सारे घपले के लिए मंत्री के व्यक्तिगत स्टाफ में से एक को जिम्मेदार ठहरा दिया। बाजवा ने सोनिया को बताया कि सर्वशिक्षा अभियान के तहत आए करोड़ों रुपए का शिक्षा मंत्री मलूका द्वारा दुरुपयोग किया गया है, जो मुख्यमंत्री के नजदीकी हैं। मलूका के इस कारनामे की मीडिया व कांग्रेस पार्टी ने पोल खोली। मगर इस बार भी अपने मंत्री को बचाते हुए मुख्यमंत्री ने एक व्यक्ति के नेतृत्व वाला आयोग बना दिया। मामले में मंत्री को बचाने के लिए जूनियर अफसरों को बलि का बकरा बनाया जाएगा। बाजवा ने गांधी को केन्द्रीय फंडों में घोटाले की जांच हेतु संबंधित मंत्रलयों को विशेष टीमें भेजने की हिदायत देने को कहा है। उन्होंने कहा कि केन्द्रीय फंडों का दुरुपयोग सिर्फ एक मुद्दा नहीं है, अकाली-भाजपा सरकार केन्द्र द्वारा भेजी ग्रांटों के लिए मैचिंग ग्रांटें उपलब्ध करवाने में असफल रही है। बाजवा ने गांधी को बताया कि अकाली-भाजपा सरकार ने ब्लाक समिति व जिला परिषद चुनाव प्रक्रिया का घात किया है और चुनाव के दौरान हसा व बूथों पर कब्जा करने जैसे गलत तरीकों का प्रयोग किया गया है। (दैस)
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