गोरखपुर। उत्तर प्रदेश सरकार लाठी और गोली के बल पर जनभावनाओं को दबाने का प्रयास कर रही है। लाठी और गोली किसी भी जन आन्दोलन को दबा नही सकते बल्कि इससे आन्दोलन में एक नयी धार पैदा होती है जो किसी भी तानाशाही सरकार को डुबाने के लिये पर्याप्त हैं। उक्त प्रतिक्रिया गोरक्षपीठ के उत्तराधिकारी एवं गोरखपुर के सांसद येागी आदित्यनाथ जी ने कम्हरिया घाट पर सेतु निर्माण की मांग को लेकर आन्दोलन कर रहे सत्याग्रहियों पर बर्बर लाठी-चार्ज और उन्हे हिरासत में लेने पर दी। उन्होनें कहा कि कम्हरिया घाट पर सेतु निर्माण के लिये सत्याग्रहियों पर हुई बर्बरता से ऐसा लगता है कि उ0प्र0 सरकार विकास से सम्बन्धित महत्वपूर्ण समस्या को लेकर सत्याग्रह कर रहे नागरिकों की भाषा को नही समझ पा रही है। यह इस सरकार की संवेदनहीनता एवं भ्रष्ट आचरण को प्रदर्शित करता है। अगर इस सरकार में थोड़ी भी संवेदना होती तो अब तक मुख्यमंत्री की घोषणा के अनुरूप कम्हरिया घाट पर सेतु निर्माण के लिये कार्य प्रारम्भ हो गया होता। पिछले 7 दिनों से आन्दोलनकारियों द्वारा शान्तिपूर्ण ढंग से आन्दोलन कर रहे थे लेकिन सरकार की ओर से किसी ने भी इस मामले को गम्भीरता से लेने का प्रयास नही किया। यही कारण है कि लगातार सरकार के खिलाफ जनाक्रोश बढ़ता जा रहा है। योगी जी ने स्थानीय प्रशासन को भी चेतावनी दी कि शान्तिपूर्ण ढंग से सत्याग्रह कर रहे आन्दोलनकारियों को लाठी और गोली का भय न दिखाये। प्रशासन शान्ति पूर्ण ढंग से इस समस्या का समाधान निकालें। अगर अभी भी इस समस्या के प्रति गम्भीरता नही बरती गई तो यह आन्दोलन जनान्दोलन हो जायेगा जिसे सम्भाल पाना स्थानीय प्रशासन और सरकार दोनोें के वश में नही होगा। योगी जी ने जिला अस्पताल में कम्हरिया घाट के चोटिल सत्याग्रहियों का हाल-चाल लिया तथा चिकित्सालय के अधिकारियों को आवश्यक उपचार की हिदायत दी।
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