पटना। भाजपा में नरेंद्र मोदी और लालकृष्ण आडवाणी के नाम को ले चल रही खेमेबाजी पर किसी तरह की टिप्पणी से साफ परहेज करते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि 'आडवाणी जी सम्मानित नेता हैं। मेरे मन में उनके प्रति सम्मान है।' मुख्यमंत्री, सोमवार को जनता दरबार के बाद संवाददाताओं से बात कर रहे थे। देश की राजनीतिक स्थिति पर सवाल किए जाने पर मुख्यमंत्री ने चुटकी लेते हुए कहा कि आज की परिस्थिति में कुछ नहीं बोलना ही ज्यादा अच्छा है।
प्रधानमंत्री पद से जुड़े एक प्रश्न के उत्तर में उन्होंने यह कहा कि अगर पचास सांसदों की संख्या पर प्रधानमंत्री बनने लगे तो संविधान में दस से बारह प्रधानमंत्री बनाने की व्यवस्था करनी होगी। देश का संविधान यह कहता है कि दलों या गठबंधन की संख्या 272 हो। भाजपा से प्रधानमंत्री का उम्मीदवार किसे होना चाहिए? इस प्रश्न पर मुख्यमंत्री ने कहा यह बात तो भाजपा से आएगी, क्योंकि यह तो भाजपा का अंदरुनी मामला है। मुख्यमंत्री ने कहा कि तेरह से चौदह अप्रैल तक दिल्ली में होने वाली जदयू के राष्ट्रीय पर्षद के सम्मेलन में देश की राजनीतिक स्थिति पर विस्तार से चर्चा होगी। अध्यक्ष का चुनाव भी होना है। यह भी तय है कि पार्टी के वर्तमान राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद यादव ही अगले राष्ट्रीय अध्यक्ष होंगे। उन्होंने साथ में यह भी जोड़ा कि हमलोग उनके प्रस्तावक हैं। कोई भी प्रस्तावक यह चाहेगा कि उनका उम्मीदवार जीते। मुख्यमंत्री ने यह भी संकेत दिए कि राष्ट्रीय पर्षद की बैठक में आगे की राजनीतिक लाइन पर भी चर्चा होगी। राहुल गांधी द्वारा देश को 'मधुमक्खी का छत्ता' बताने की बात पर मुख्यमंत्री ने कहा शहद स्वास्थ्य के लिए गुणकारी होता है और देश में सबसे अधिक शहद बिहार में ही होता है। जब 'मधुमक्खी का छत्ता' ही नहीं रहेगा तो शहद कहां से होगा? (साभार)
- Blogger Comments
- Facebook Comments
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
0 comments:
Post a Comment
आपकी प्रतिक्रियाएँ क्रांति की पहल हैं, इसलिए अपनी प्रतिक्रियाएँ ज़रूर व्यक्त करें।