गोरखपुर, एनएफए। विश्व हिन्दू परिषद के अंतरराष्ट्रीय कार्याध्यक्ष डॉ. प्रवीण तोगड़िया ने आरोप लगाया है कि उत्तर प्रदेश में सरकार वोट के लिए अधिकारियों एवं कर्मचारियों के बीच भी जाति-धर्म की विभाजन रेखा खींचकर तुष्टीकरण की राजनीति कर रही है। उन्होंने कहा कि कि यदि सेवा के दौरान किसी अधिकारी-कर्मचारी की मौत होती है तो उसके परिवार की मदद की जानी चाहिए लेकिन किसी को भी मजहब और जाति के आधार पर आर्थिक मदद दिया जाना अनुचित है। गोरखपुर के मानीराम रहमतनगर स्थित सरस्वती विद्या मंदिर शिक्षण संस्थान में विश्व हिन्दू परिषद के दक्षता वर्ग में उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के कार्यकर्ताओं को मार्गदर्शन के लिए आए डॉ. तोगड़िया ने यहां पत्रकारों से बातचीत में कहा कि उत्तर प्रदेश में मुस्लिम तुष्टीकरण की राजनीति का दौर चल रहा है। सरकार इसे बढ़ावा दे रही है। यहां हिंदुओं की स्थिति वही है जो मुगल काल में थी। उन्होंने केंद्र सरकार से बांग्लादेश के हिन्दुओं का उत्पीड़न रोकने के लिए तत्काल उचित कदम उठाने की मांग करते हुए कहा कि देश के बंटवारे के समय बांग्लादेश (पूर्वी पाकिस्तान) में हिंदुओं की आबादी 28 फीसद थी। इस समय यह सिर्फ एक फीसद है। इस कदर हिन्दू आबादी के घटने का एक मात्र कारण बांग्लादेश में हिंदुओं का उत्पीड़न है। भारत सरकार बांग्लादेश से बात कर वहां के हिंदुओं के उत्पीड़न पर रोक लगाना सुनिश्चित करे। जरूरत हो तो इसके लिए बांग्लादेश पर आर्थिक प्रतिबंध भी लगाए। विहिप के आगामी कार्यक्रमों के बाबत पूछने पर उन्होंने कहा कि चैत्र प्रतिपदा से अक्षय तृतीया (11 अप्रैल से 13 मई तक) राम मंदिर निर्माण के संकल्प के लिए राम नाम जप यज्ञ का आयोजन होगा। इसके तहत करोड़ों हिंदुओं से राम नाम का जाप कराया जाएगा। (साभार)
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