गुठनी (सीवान), एनएफए। बिहार को छोड़कर देश आगे नहीं बढ़ सकता। बिहार देश का एक प्रमुख एवं बड़ा राज्य है। यहां देश की आबादी की 8.7 फीसदी जनता रहती है। बिहार में नौजवानों की संख्या भी सर्वाधिक है। यहां के नौजवानों को काम और अच्छा स्वास्थ्य की दरकार है। यदि राज्य को विशेष पैकेज मिले और विशेष राज्य का दर्जा मिले तो बिहार भी अपनी इन जरूरतों को पूरा कर पाएगा। इस तरह राज्य पिछड़ेपन व गरीबी से बाहर निकल सकेगा। जदयू के कार्यालय पर प्रखंड अध्यक्ष सुनील ठाकुर ने एक पत्रकार वार्ता में कई जरूरी मुद्दों पर चर्चा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि बिहार के साथ कोई नाइंसाफी न हो, इसके लिए केन्द्र सरकार मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की मांगों पर गौर फरमाए तथा उसे पूरा करे। उपाध्यक्ष राकेश पाठक ने कहा कि जबतक बिहार को विशेष राज्य का दर्जा नहीं मिल जाता है तबतक लड़ाई जारी रहेगी। इस दौरान राघव प्रसाद नारायण सिंह, भीम पटेल, सुदामा पटेल, राकेश सिंह, उमर अंसारी, प्रवीण यती, मनोज ठाकुर समेत भारी संख्या में पार्टी कार्यकर्ता मौजूद रहे।
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