लखनऊ: शहीद डीएसपी जिया उल हक की पत्नी परवीन आजाद रविवार को कुंडा पंहुचीं तथा वहां से अपने पति का सामान लेकर वापस लखनऊ लौट आईं। कुंडा में सीबीआई के अधिकारियों से करीब घंटेभर की पूछताछ के बाद परवीन ने सीबीआई जांच में पूरा विश्वास जताया। उन्होंने कहा कि जल्दी न्याय न मिलने पर वह पूरे देश में `इंसाफ यात्रा` निकालेंगी। कुंडा के एसडीएम की मौजूदगी में जिया उल हक का बंद पड़ा घर खोला गया। घर में घुसते ही पति के सामान देखकर परवीन भावुक हो गईं। वहीं पर सीबीआई की टीम भी पंहुच गई और करीब घंटे भर तक सीबीआई ने परवीन के साथ अकेले में बातचीत की। उधर, परवीन ने मीडिया से बातचीत में कहा कि राजा हो या प्रजा जो भी दोषी हो उसे मिले सजा।
बताते हैं कि घर में जिया उल हक की निजी डायरी मिली जिसमें वह रोजाना की बातें लिखते थे। सीबीआई ने उस डायरी को कब्जे में ले लिया है। सीबीआई को उम्मीद है कि उसमें पूर्व मंत्री राजा भैया से हुई मुलाकात या उनसे संबंधित बातें भी लिखी होंगी जो उन्हें विवेचना में मदद करेगी। घर का सामान लेकर लौटते समय परवीन वहां मौजूद मीडियाकर्मियों से बातचीत में के दौरान कहा कि उन्हें सीबीआई में पूरा भरोसा है फिर भी यदि न्याय नहीं मिला तो वह इंसाफ यात्रा निकालेंगी। यह पूछने पर कि सरकारी कर्मचारी होने के नाते वह इंसाफ यात्रा कैसे निकाल सकती हैं तो कहा कि किस संविधान में लिखा है कि अन्याय होने पर सरकारी कर्मचारी न्याय की मांग नहीं कर सकता। परवीन ने राजा भैया का नाम लिए बिना कहा कि राजा हो या प्रजा, जो भी दोषी हो, उसे सजा मिलनी चाहिए। उनका मकसद जिया के हत्यारों को सजा दिलाना है।
उन्होंने भगोड़े पुलिसकर्मियों के विरुद्ध राष्ट्रद्रोह का मुकदमा दर्ज कराने की मांग की और कहा कि उन्हीं लोगों की वजह से यह घटना घटी। जिया उल हक के सामान को देखते हुए परवीन ने कहा कि उनकी निजी चीजें उनके लिए उनकी यादगार हैं जिन्हें वह संभाल कर रखेंगी। (साभार)
बताते हैं कि घर में जिया उल हक की निजी डायरी मिली जिसमें वह रोजाना की बातें लिखते थे। सीबीआई ने उस डायरी को कब्जे में ले लिया है। सीबीआई को उम्मीद है कि उसमें पूर्व मंत्री राजा भैया से हुई मुलाकात या उनसे संबंधित बातें भी लिखी होंगी जो उन्हें विवेचना में मदद करेगी। घर का सामान लेकर लौटते समय परवीन वहां मौजूद मीडियाकर्मियों से बातचीत में के दौरान कहा कि उन्हें सीबीआई में पूरा भरोसा है फिर भी यदि न्याय नहीं मिला तो वह इंसाफ यात्रा निकालेंगी। यह पूछने पर कि सरकारी कर्मचारी होने के नाते वह इंसाफ यात्रा कैसे निकाल सकती हैं तो कहा कि किस संविधान में लिखा है कि अन्याय होने पर सरकारी कर्मचारी न्याय की मांग नहीं कर सकता। परवीन ने राजा भैया का नाम लिए बिना कहा कि राजा हो या प्रजा, जो भी दोषी हो, उसे सजा मिलनी चाहिए। उनका मकसद जिया के हत्यारों को सजा दिलाना है।
उन्होंने भगोड़े पुलिसकर्मियों के विरुद्ध राष्ट्रद्रोह का मुकदमा दर्ज कराने की मांग की और कहा कि उन्हीं लोगों की वजह से यह घटना घटी। जिया उल हक के सामान को देखते हुए परवीन ने कहा कि उनकी निजी चीजें उनके लिए उनकी यादगार हैं जिन्हें वह संभाल कर रखेंगी। (साभार)
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