लखनऊ। सीबीआई ने उत्तर प्रदेश के बहुचर्चित डीएसपी ज़िया-उल-हक की हत्या के एक मुख्य आरोपित बबलू यादव को प्रतापगढ़ में गिरफ्तार कर लिया। बबलू यादव, जो मृत ग्राम प्रधान नन्हे यादव के बेटे हैं, पर आरोप था कि उन्होंने ही देसी कट्टे से डीएसपी हक की हत्या की थी। सीबीआई ने नन्हे यादव के दो भाइयों और उनके यहां काम करनेवालों को भी हिरासत में लिया है। कहा गया है कि 19 वर्षीय बबलू ने सीबीआई के सामने अपना अपराध स्वीकार कर लिया है। अधिकारियों ने कहा है कि अब वे दो मार्च 2013 को हुए पूरे घटनाक्रम का ब्योरा जानते हैं।
सीबीआई अधिकारियों के मुताबिक डीएसपी हक़ नन्हे यादव की हत्या की खबर सुनकर उनके घर गए थे। उनके घटनास्थल पर पहुंचने के समय तक हत्या की ख़बर पूरे इलाके में फै़ल चुकी थी। पुलिस की कार्यशैली से नाराज़ लोगों की भीड़ नन्हे के घर पर जमा हो चुकी थी। हक़ के साथ भीड़ की धक्कामुक्की हुई और कथित तौर पर उनके साथी पुलिसवाले घटनास्थल से भाग गए। भीड़ में नन्हे यादव के भाई सुरेश भी राइफल लेकर मौजूद थे। अपने पिता और चाचा की हत्या से गुस्साए बबूल ने ही हक़ की हत्या कर दी थी।
दो मार्च को प्रतापगढ़ जिले के कुंडा क्षेत्र में बलीपुर ग्राम प्रधान नन्हें यादव व उसके भाई सुरेश की हत्या हो गई थी। मौके पर पहुंचे कुंडा डीएसपी जियाउल हक का भी कत्ल कर दिया गया था। मामले में जांच कर रही सीबीआइ प्रधान के घर पहुंची और प्रधान के बेटे योगेंद्र उर्फ बबलू, दो भाइयों फूलचंद्र, पवन कुमार व नौकर मंजीत को गिरफ्तार कर लिया। सीबीआइ के एसपी राकेश राठी के मुताबिक पकड़े गए आरोपियों से कैंप कार्यालय पर पूछताछ जारी है। उनसे पता चला कि नन्हें व सुरेश की हत्या के बाद गुस्से में बबलू व अन्य परिवारवालों ने डीएसपी पर हमला किया। उसकी निशानदेही पर सीबीआइ ने डीएसपी का मोबाइल फोन भी उस पानी भरे गडढे के पास से बरामद कर लिया, वहीं से डीएसपी की सर्विस पिस्टल मिली थी। गौरतलब है कि मामले में उत्तर प्रदेश सरकार के पूर्व मंत्री राजा भैया पर साजिश रचने का आरोप है। आरोपियों ने बताया कि नन्हे की हत्या के बाद परिजन आपे से बाहर हो गए। सुरेश, बबलू, फूलचंद्र, पवन के साथ नौकर मंजीत घर में रखे असलहे निकालकर दौड़ पड़े। सामने मिले डीएसपी पर इन लोगों ने गुस्सा उतारा और उनको पीटने लगे। इसके बाद सुरेश ने अपनी बंदूक की बट से डीएसपी पर हमला कर दिया। बचाव में पुलिस अधिकारी बट पकड़ने लगे परंतु इस बीच गोली चली और सुरेश को लग गई। पिता के बाद चाचा की मौत हो जाने पर बबलू पूरी तरह आपे से बाहर हो गया। उसने अपने पिता की लाइसेंसी राइफल से डीएसपी को गोली मार दी। (साभार)
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