दिल्ली। बीजेपी नेता वाणी त्रिपाठी के साथ कथित बदसलूकी की खबर से मची सनसनी के बाद पता चला उनकी गाड़ी से हुई टक्कर के बाद सामान्य विवाद का मामला था जो पुलिस थाने में 15 हजार रुपए के लेन-देन के साथ समाप्त हुआ। कहा जा रहा है कि बीजेपी नेता ने दूसरे पक्ष पर दबाव बनाने के लिए बदसलूकी का आरोप लगाया था। गुरुवार रात 9.30 बजे बीजेपी की राष्ट्रीय सचिव वाणी त्रिपाठी अपनी गाड़ी में वसंत विहार से नेहरू प्लेस की ओर जा रही थीं। कार उनका ड्राइवर चला रहा था। सावित्री सिनेमा के पास ट्रैफिक जाम लगा हुआ था। अचानक वाणी की गाड़ी में पीछे से एक स्कॉर्पियो ने जोरदार टक्कर मार दी। स्विफ्ट का पिछला टायर फट गया और गाड़ी डैमेज हो गई। वाणी के मुताबिक स्कॉर्पियो से चार-पांच लोग निकले और उनके ड्राइवर के साथ दुर्व्यवहार शुरू कर दिया। वाणी ने बताया था स्कॉपिर्यो सवार नशे में लग रहे थे और उन लोगों ने मेरे साथ बदसलूकी करने की कोशिश की। मेरे ड्राइवर ने कार को अंदर से लॉक कर दिया, वर्ना मेरे साथ कोई भी हादसा हो सकता था। आसपास सैकड़ों गाडि़यां थीं, लेकिन किसी ने भी मुश्किल में फंसी एक महिला को बचाने की कोशिश नहीं की। मैंने 100 नंबर पर कॉल कर दी। पुलिस मुझे और स्कॉर्पियो सवारों को सीआर पार्क पुलिस स्टेशन ले गई। मगर, स्कॉर्पियो सवारों के रवैये और लोगों की उदासीनता पर इतनी नाराजगी जाहिर करने वाली वाणी त्रिपाठी का सारा गुस्सा थोड़ी ही देर में निकल गया। थाने में दूसरे पक्ष से 15 हजार रुपए लेकर वह मामला रफा-दफा करने पर राजी हो गईं। एक सीनियर पुलिस ऑफिसर ने बताया कि वाणी त्रिपाठी की गाड़ी को टक्कर मारने वाले स्कॉर्पियो ड्राइवर रामपूजन त्रिपाठी और गाड़ी में सवार उसके दोनों साथियों रामअनुज त्रिपाठी और रघुवंशी को थाने ले जाया गया था। वहां वाणी और इन लोगों ने आपस में समझौता कर लिया। इन लोगों ने 15 हजार रुपए वाणी को दिए। इसके बाद दोनों पक्षों ने सुलहनामा लिखकर पुलिस को दे दिया। (साभार)
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