लखनऊ। कुंडा के सीओ जिया उल हक की हत्या के मुख्य आरोपी प्रधान स्वर्गीय नन्हें यादव के बेटे बबलू के रिमांड सीबीआइ को नहीं मिली। जांच एजेंसी ने बबलू की रिमांड का काफी प्रयास किया लेकिन उसे नाकामी ही मिली। उसे केवल फूलचंद्र पवन और मंजीत की रिमांड मिल सकी है। आज से इन तीनों ने फिर से पूछताछ हो सकती है। माना जा रहा है कि बालिग व नाबालिग मामले के कारण ही बबलू की रिमांड मंजूर नहीं हुई। तिहरे हत्याकांड में सीओ के हत्यारों की गिरफ्तारी के बाद अब सीबीआइ को प्रधान के भाई सुरेश की हत्या के मामले में कामता के रिश्तेदार संजय पाल की तलाश है। इसके लिए टीम जाल बिछा रही है। कल को टीम के आधे सदस्य संजय की तलाश में कुंडा से बाहर रहे। सूत्रों के अनुसार टीम के सदस्यों को पड़ोसी जनपद में उसकी भनक लगी थी। इस पर टीम सुबह ही निकल गई थी। संजय कामता का भतीजा है। बार-बार सीबीआइ की धमक से हैरान बलीपुर के लोग कल सुकून में रहे। टीम कल गांव नहीं गई। बलीपुर में सीबीआइ का आना-जाना डेढ़ माह से जारी है। कभी सुबह तो कभी शाम व रात में टीम आ धमकती रही। बलीपुर चौराहे पर हुई ग्राम प्रधान नन्हे यादव की हत्या के बाद चाय की दुकान लगाने वाले चोखे लाल अब वारदात के बारे में चर्चा करने पर कहता है कि अब तो उससे इस पर बात न की जाए तो अच्छा है। उसी की दुकान के पास कत्ल हुआ था, जाहिर सी बात है लोग उसी से राज जानने की उम्मीद कर रहे थे। (साभार)
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