भुवनेश्वर। कीट-कीस के संस्थापक तथा लोकसभा सांसद प्रो अच्युत सामंत के भुवनेश्वर नयापली निवास स्थल पर उनके शुभचिंतकों की ओर से उनका शानदार अभिनन्दन हुआ। गौरतलब है कि भारत में मनाई जा रही 150वीं जयंती के उपलक्ष्य में तथा वर्ल्ड पोयट कांग्रेस की स्वर्ण जयंती वर्ष के अवसर पर कीट डीम्ड विश्वविद्यालय में 02 अक्तूबर से 06 अक्तूबर तक 39वां विश्व कवि कांग्रेस : 2019 आयोजित हुआ था जिसमें डब्लूपीसी के 39वें आयोजन के अध्यक्ष थे प्रो अच्युत सामंत। जिनके कुशल नेतृत्व में यह आयोजन सफल रहा। समापन समारोह के मुख्य अतिथि भारत के उपराष्ट्रपति एम वैंकेय्या नायडु थे जिनके द्वारा प्रो अच्युत सामंत को डब्लूपीसी गोल्डेन गवेल:2019 सर्वोच्च सम्मान प्रदान किया गया था। प्रो सामंत के कुशल नेतृत्व में ही पहली बार ओडिशा कीट डीम्ड विश्वविद्यालय में शानदार तरीके से वर्ल्ड पोयट कांग्रेस 2019 सफलतापूर्वक संपन्न हुआ था। उसी को ध्यान में रखकर उनके शुभचिंतकों में डा बिमलेंदु महंती अवकाशप्राप्त कुलपति उत्कल संस्कृति विश्वविद्यालय, प्रद्युम्न सतपथी ओडिया लेखक और वरिष्ठ पत्रकार, रवि बेहरा समाजवादी पार्टी ओडिशा प्रांतीय अध्यक्ष और अशोक पाण्डेय समेत प्रो सामंत के अनेक शुभचिंतकों ने उनका अभिनन्दन पुष्पगुच्छ आदि भेंटकर किया। रवि बेहरा ने अपने संबोधन में यह बताया कि प्रो अच्युत सामंत आर्ट आफ मैनेजमेंट के जन्मदाता सिद्ध हुए हैं जिनके द्वारा यह आयोजन शानदार रहा। प्रद्युम्न सतपथी ने बताया कि प्रो अच्युत सामंत अपने व्यवहार और आचरण से सच्चे गांधीवादी हैं जिनके कुशल नेतृत्व में यह आयोजन गांधीजी की 150वीं जयंती के अवसर पर कीट में आयोजित हुआ। इस आयोजन से उन्होंने यह संदेश विश्व को दे दिया कविता रुपी मां की ममता के भाव से ही सारे भावों का जन्म होता। अशोक पाण्डेय ने कहा कि प्रो सामंत के नेतृत्व में कोणार्क और श्रीजगन्नाथ पुरी में आयोजित क्रमश: टूरिज्म पोयट्री और स्पीरिच्यूल पोयट्री यह सिद्ध कर दिया कि प्रो सामंत का लगाव कविता के माध्यम से ओडिशा के पर्यटन और अध्यात्म से भी अगाध है। प्रो अच्युत सामंत ने अपने आभार प्रदर्शन में यह कहा कि यह सबकुछ भगवान जगन्नाथ की उन पर असीम अनुकम्पा और उनके अपने आत्मविश्वास का प्रतिफल है।
प्रस्तुति : अशोक पाण्डेय
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