भुवनेश्वर। भारत में कार्यरत तीन देशों के राजदूतों कोस्टारिका, पेरुग्वे और इक्वाडोर ने भुवनेश्वर कीट-कीस का दौरा किया। प्रो क्लाडीयो अंसोेरेना कोस्टारिका की राजदूत, फ्लेमिंग राउल डुआर्टे रामोस पेरुग्वे के तथा हेक्टर सइवा जकोम इक्वाडोर के साथ भारत स्थित ब्रिटिश कांउसिल की निदेशक एमएस बारबारा विखम ने भी कीट-कीस का दौरा किया। यहां इन लोगों ने कीस के कुल 27 हजार 500 से भी अधिक आदिवासी बच्चों को संबोधित किया। प्रो क्लाडीयो अंसोेरेना के अनुसार कीस माडेल को आज पूरे विश्व को व्यावहारिक रुप में अपनाने की आवश्यकता है। मि. हेक्टर के अनुसार कीस दौरे के उपरांत उनको ऐसा अनुभव हुआ कि एक अबोध व्यक्ति भी विश्व की तस्वीर को बदल सकता है बशर्ते उसके पास कुछ कर दिखाने का जज्बा हो, लगन हो, समर्पण हो और त्याग हो जैसा कि कीट-कीस के संस्थापक प्रो अच्युत सामंत में उन्होंने देखा। मि. फ्लेमिंग ने कहा कि वे कीस देखकर बहुत प्रसन्न हैं जहां पर एक साथ कुल 27 हजार से भी अधिक आदिवासी बच्चे समस्त आवासीय सुविधाओं का उपभोग करते हुए केजी कक्षा से लेकर पीजी कक्षा तक नि:शुल्क अध्ययन कर अपने जीवन का सर्वांगीण विकास करते हैं। एमएस बारबारा ने अपने संबोधन में कहा कि कीट-कीस के संस्थापक और लोकसभा सांसद प्रो अच्युत सामंत का पारदर्शी व्यक्तित्व और उनका शिक्षा जगत को असाधारण योगदान प्रशंसनीय है। सभी आगत विशिष्ट मेहमानों का स्वागत-सत्कार प्रो अच्युत सामंत ने किया। इस दौरान कीट-कीस के सचिव आर एन दाश और कीस के सीइओ डा पी के राउतराय आदि उपस्थित थे।
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