नई दिल्ली। पूर्व विदेश मंत्री और भाजपा की वरिष्ठ नेता सुषमा स्वराज के असामयिक निधन से पूरे देश में शोक है। उनके चाहनेवालों की आंखें नम हैं। सुषमा स्वराज का दिल्ली के लोधी रोड स्थित विद्युत शवदाह गृह में पूरे राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। वह पंचतत्व में विलीन हो गईं। सुषमा स्वराज का अंतिम संस्कार उनकी बेटी बांसुरी स्वराज ने किया। उनकी बेटी बांसुरी ने मां के अंतिम रस्मों को पूरा किया। बेटी बांसुरी ने ही मां सुषमा स्वराज के पार्थिव शरीर को मुखाग्नि दी। इस दौरान उनके पिता स्वराज कौशल भी मौजूद थे।
सुषमा स्वराज का मंगलवार रात दिल का दौरा पड़ा। घबराहट होने की शिकायत के बाद रात करीब 9.00 बजे सुषमा को एम्स लाया गया जहां काफी प्रयासों के बाद भी उनकी जान नही बचाई जा सकी। 67 वर्षीय की उम्र में उन्होंने दुनिया को अलविदा कह दिया। पंचतत्व में विलीन होने से पहले सुषमा स्वराज को श्रद्धांजलि देने वालों का तांता लगा रहा। जंतर मंतर स्थित आवास पर उनको श्रद्धांजलि देने के लिए सरकार से लेकर विपक्षी पार्टियों के नेताओं की लंबी कतारें दिखीं। इस दौरान राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने भी उन्हें श्रद्धाजंलि अर्पित की। गृह मंत्री अमित शाह, लोकसभा स्पीकर ओम बिड़ला, भाजपा नेता अनुराग ठाकुर, बाबुल सुप्रियो और मनोज तिवारी ने अंतिमदर्शन किए और श्रद्धांजलि अर्पित की।
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