भुवनेश्वर। समाजसेविका स्वर्गीया नीलिमारानी सामंत की 91वीं जयंती उनके पैतृक गांव कलराबंक में सर्वधर्म सभा, आध्यात्मिक प्रवचन, रामनाम संकीर्तन आदि के आयोजन के साथ मनाई गई। इस दौरान स्वर्गीय नीलिमारानी सामंत के अभूतपूर्व सामाजिक योगदानों को शिद्दत से याद किया गया। गौरतलब है कि कीट-कीस के संस्थापक और लोकसभा सांसद प्रो अच्युत सामंत की मां थीं स्वर्गीया नीलिमा रानी सामंत। जब प्रो सामंत मात्र चार साल के थे उनके पिता स्वर्गीय अनादि चरण सामंत का असामयिक निधन हो गया। स्वर्गीया नीलिमारानी सामंत ने प्रो सामंत सहित अपने 3-3 बेटे-बेटियों का पालन-पोषण बड़ी ही कठोर आर्थिक संकटों के बीच किया। प्रो सामंत के अनुसार आज भी उनकी स्वर्गीया मां ही उनके लिए सच्ची पथप्रदर्शिका हैं। उनके कठोर अनुशासन में पल-बढ़कर आज वे बड़े शिक्षाविद बने हैं। प्रो सामंत ने अपनी मां की जयंती के अवसर पर अपने भुवनेश्वर नयापली निवासस्थल पर भी अपनी मां की तस्वीर पर माल्यार्पण किया और उनका आशीर्वाद लिया। संत बाबा रामनारायण दास जी महाराज के अनुसार स्वर्गीया नीलिमा रानी सामंत बड़ी ही भाग्यशाली भद्र महिला थीं जिन्होंने प्रो अच्युत सामंत जैसे सरल,नेक,हंसमुख और परोपकारी इन्सान को जन्म दिया जिसका अबतक का पूरा जीवन ही लोकहित के लिए समर्पित जीवन है। आयोजित जयंती के अवसर पर कलराबंक गांव के हजारों स्थानीय लोगों और ब्राह्मणों को अपने हाथों से प्रो सामंत ने भोजन कराया।
प्रस्तुति : अशोक पाण्डेय
0 comments:
Post a Comment
आपकी प्रतिक्रियाएँ क्रांति की पहल हैं, इसलिए अपनी प्रतिक्रियाएँ ज़रूर व्यक्त करें।