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मणिशंकर ने बताया मोदी को 'नीच', राहुल हुए नाराज़, पार्टी से निलंबित किया

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नई दिल्ली। कांग्रेस नेता मणिशंकर अय्यर ने फिर कुछ ऐसा कह दिया है गुरुवार को गुजरात चुनावों पर राजनीति गरमा गई. मणिशंकर के बयान से बीजेपी को फ्रंटफुट पर आकर हमलावर रुख अपनाने का मौका मिल गया तो कांग्रेस रक्षात्मक रवैया अपनाती दिखी. प्रधानमंत्री मोदी पर मणिशंकर अय्यर ने कहा, "ये आदमी बहुत नीच किस्म का है. इसमें कोई सभ्यता नहीं है और ऐसे मौके पर इस किस्म की गंदी राजनीति करने की क्या आवश्यकता है?" मणिशंकर के बयान से होने वाले राजनीतिक नुक़सान को भांपकर राहुल गांधी के दफ्तर ने ट्वीट किया, "बीजेपी और प्रधानमंत्री कांग्रेस पर हमला करने के लिए नियमित रूप से गंदी भाषा का इस्तेमाल करते हैं. कांग्रेस की एक अलग संस्कृति और विरासत है. प्रधानमंत्री के लिए मणिशंकर अय्यर ने जिस भाषा और लहजे का इस्तेमाल किया है, मैं उसे ठीक नहीं मानता हूं. उन्होंने जो कहा, कांग्रेस और मैं दोनों ही उनसे इसके लिए माफी की उम्मीद करता हूं." साल 2014 के लोकसभा चुनावों में वो मणिशंकर ही थे जिन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को 'चायवाला' कहकर संबोधित किया था और इससे पहले वे वाजपेयी को 'नालायक' कह चुके थे. सात दिसंबर को गुजरात चुनाव के पहले चरण के लिए प्रचार का आख़िरी दौर था और सूरत की रैली में प्रधानमंत्री जवाब देने का मौका चूकने वाले नहीं थे. प्रधानमंत्री ने मणिशंकर को जवाब दिया, "उन्होंने मुझे नीच कहा. हां, मैं समाज के ग़रीब तबके से आता हूं और मैंने अपनी ज़िंदगी का हर लम्हा ग़रीबों, दलितों, आदिवासियों और ओबीसी तबके के लिए काम करने में खर्च करूंगा. वे अपनी भाषा अपने पास रखें, हम अपना काम करते रहेंगे." लेकिन चुनावी मौसम में बात यही नहीं रुकती दिखी. बीजेपी नेता और मोदी सरकार में मंत्री रविशंकर प्रसाद ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, "मणिशंकर अय्यर ने हमारे प्रधानमंत्री को नीच कहा है लेकिन हमें हमारे प्रधानमंत्री पर गर्व है. उन्होंने मणिशंकर अय्यर की बात का बेहद विनम्रता से जवाब दिया है. मणिशंकर अय्यर की मानसिकता दरबारियों वाली है." हालांकि कांग्रेस ने मणिशंकर अय्यर के बयान पर कांग्रेस ने अपना स्टैंड स्पष्ट करने में जरा भी देरी नहीं की. पार्टी प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने राहुल गांधी के हवाले से कहा कि पार्टी मणिशंकर अय्यर के बयान की भर्तस्ना करती है. मणिशंकर ने सफ़ाई देते हुए कहा, "बाबा साहेब अंबेडकर सेंटर के उद्घाटन के मौके पर प्रधानमंत्री कांग्रेस और राहुल गांधी पर ताना क्यों मारा? प्रधानमंत्री हर दिन हमारे नेताओं के ख़िलाफ़ गंदी भाषा का इस्तेमाल करते हैं. मैं एक फ्रीलांस कांग्रेसी हूं. पार्टी में मेरे पास कोई पद नहीं है. इसलिए मैं प्रधानमंत्री को इस भाषा में जवाब दे सकता हूं. जब मैंने नीच कहा तो मेरा मतलब लो लेवल था. जब मैं हिंदी में बोलता हूं तो मैं अंग्रेजी में सोचता हूं क्योंकि हिंदी मेरी मातृभाषा नहीं है. इसलिए अगर मेरे कहे का कुछ और मतलब है तो मैं इसके लिए माफी मांगता हूं." हालांकि साल 2014 में मोदी को चायवाला कहने के आरोपों से मणिशंकर इनकार करते हैं. उन्होंने कहा, "मैंने कभी मोदी को चायवाला नहीं कहा. आप इंटरनेट पर जा सकते हैं और सभी वीडियो देख सकते हैं."
मोदी को सांप, बिच्छू, जोकर तक कह चुके हैं अय्यर 
गुजरात चुनाव के पहले चरण के प्रचार के आखिरी दिन कांग्रेस के नेता मणिशंकर अय्यर ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लेकर एक विवादित बयान दिया है. मणिशंकर अय्यर ने कहा, "मुझे लगता है कि ये आदमी बहुत नीच किस्म का आदमी है, इसमें कोई सभ्यता नहीं है, और ऐसे मौके पर इस किस्म की गंदी राजनीति करने की क्या आवश्यकता है?" दरअसल, मणिशंकर अय्यर का यह बयान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के उस बयान पर आया है जिसमें उन्होंने कहा था कि राष्ट्र निर्माण में बाबा साहब आंबेडकर की भूमिका को कमतर करने का प्रयास किया गया. लेकिन यह प्रयास नाकाम रहा क्योंकि जिस परिवार के लिए ये सब किया गया उससे ज्यादा लोगों के ऊपर बाबा साहब आंबेडकर का प्रभाव रहा है. कुछ देर बाद मोदी ने सूरत में एक चुनावी रैली में मणिशंकर के बयान का जिक्र किया. उन्होंने अपने चिरपरिचित अंदाज़ में रैली में आए लोगों से सवाल पूछा, "अपमान गुजरात का है कि नहीं? अपमान भारत की महान परंपराओं का है कि नहीं? ये तो मानसिकता मुगलई मानसिकता, सल्तनती मानसिकता है." बाद में मोदी ने ट्वीट किया, "मुझे कांग्रेस के एक 'बुद्धिमान' नेता ने 'नीच' कहा. ये कांग्रेस की मानसिकता है. उनकी अपनी भाषा है और हमारा अपना काम है. लोग उन्हें अपने वोटों से इसका जवाब देंगे." इससे पहले भी 2014 के लोकसभा चुनाव प्रचार के दौरान जब पीएम मोदी ने अमेठी में गांधी परिवार पर हमला बोलते हुए उस पर गुस्से की राजनीति का आरोप लगाया था तब जवाब में कांग्रेस की ओर से प्रियंका गांधी ने कहा था कि पीएम मोदी की 'नीच राजनीति' का जवाब अमेठी की जनता उनको हर एक बूथ पर देगी. मणिशंकर अय्यर पहले भी अपने ऐसे बोलों से विवादों में रहे हैं. साल 2014 में मणिशंकर अय्यर ने कहा था, ''मैं आपसे वादा करता हूं कि 21वीं सदी में नरेंद्र मोदी इस देश का प्रधानमंत्री कभी नहीं बन पाएंगे. लेकिन अगर वो यहां आकर चाय बेचना चाहते हैं, तो हम उन्हें इसके लिए जगह दिला सकते हैं.'' मोदी की विदेश यात्राओं पर भी मणिशंकर ने विवादित बयान दिया था. उन्होंने कहा था "ये सब बस ड्रामेबाज़ी है. वो खुद को दिखाना चाहते हैं हर जगह. दुनिया भर में घूमते हैं, और क्या होता है? उन्हीं के समर्थक पहुँच जाते हैं और मोदी, मोदी कहते रहते हैं. ये मोदी, मोदी कहलवाना कोई विदेश नीति है?" मार्च 2013 को जब दिल्ली में जारी भारतीय जनता पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी में नरेन्द्र मोदी ने कांग्रेस पार्टी को 'दीमक' बुलाया तो मणिशंकर अय्यर ने कहा, "मोदी ने हमें दीमक बुलाया है, तो मैं तो कहता हूं कि वो एक सांप हैं, बिच्छू हैं. और ऐसे गंदे आदमी की तरफ़ से आलोचना हुई तो ये अपने आप में प्रशंसा है." बीजेपी के ख़िलाफ़ अय्यर ने कहा था, "हां, हां, मुसलमानों को मारने की पार्टी है, अक़लियतों को दबाने की पार्टी है. इस देश को तोड़ने वाली पार्टी है. ये एक ऐसी पार्टी है, जो हमारी धर्मनिरपेक्षता में विश्वास नहीं रखती." दिसंबर 2013 में अय्यर ने नरेंद्र मोदी को 'जोकर' बताया और कहा, ''चार-पांच भाषण देकर उन्होंने बता दिया है कि कितने गंदे-गंदे शब्द उनके मुंह में हैं. उन्हें न इतिहास पता है, न अर्थशास्त्र और न ही संविधान की जानकारी है. जो मुंह में आता है, बोलते रहते हैं.'' हालाँकि मणिशंकर ने मोदी और भाजपा को ही निशाना बनाया हो, ऐसा नहीं है. अक्टूबर 2010 में तो उन्होंने राष्ट्रमंडल खेलों में भ्रष्चाचार के मुद्दे पर केंद्र की अपनी ही सरकार के ख़िलाफ़ मोर्चा खोल दिया था. अक्टूबर 2010 में तो उन्होंने राष्ट्रमंडल खेलों पर कई सवाल उठाने वाले मणिशंकर अय्यर ने कहा था, "प्रधानमंत्री ने कहा है कि खेल ख़त्म होते ही जो ग़लतियां हुईं हैं...जो ख़ामियां रहीं हैं, उनकी जांच की जाएगी और यदि किसी किस्म का भ्रष्टाचार हुआ होगा तो उसको सामने लाएंगे और सख़्त दंड दिया जाएगा. मैं उम्मीद रखता हूं कि अब जबकि ये सर्कस ख़त्म हो चुका है जांच शुरू हो जाए." साभार बीबीसी  
निलंबन के बाद कांग्रेस ने मोदी से पूछा, आप भी ये साहस दिखाएंगे 
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर बेहद आपत्तिजनक टिप्पणी करने वाले मणिशंकर अय्यर पर कांग्रेस ने कार्रवाई की है. उनको कांग्रेस पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से निलंबित कर दिया है. साथ ही मामले में कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है. कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी. उन्होंने ट्वीट किया, ''यही हैं कांग्रेस का गांधीवादी नेतृत्व व विरोधी के प्रति सम्मान की भावना. कांग्रेस पार्टी ने मणिशंकर अय्यर को कारण बताओ नोटिस जारी कर प्राथमिक सदस्यता से निलंबित कर दिया है.'' इसके साथ ही सुरजेवाला ने सवाल उठाया कि क्या मोदी जी कभी यह साहस दिखाएंगे? इससे पहले अय्यर की विवादित टिप्पणी पर प्रतिक्रिया देते हुए राहुल गांधी ने ट्वीट किया, ''भाजपा और PM ने कांग्रेस पर हमला करते हुए अक्सर अभद्र भाषा का प्रयोग किया है. कांग्रेस की संस्कृति और विरासत अलग है. मणिशंकर अय्यर ने भारत के प्रधानमंत्री के लिए जिस लहजे और भाषा का प्रयोग किया है, वह गलत है. कांग्रेस और मैं चाहते हैं कि वो अपने बयान के लिए माफ़ी मांगे.'' इसके अलावा दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित ने कहा कि कुछ नेता राहुल गांधी व कांग्रेस को और कमजोर करने की कोशिश कर रहे हैं. उन्होंने ट्वीट किया, ''मैं कुछ कांग्रेसी नेताओं द्वारा राहुल गांधी और कांग्रेस पार्टी को और कमजोर करने की कोशिश की कड़ी निंदा करती हूं. अगर ये नेता सच में कांग्रेस की विचारधारा पर यकीन करते हैं, तो इनको शब्दों के चयन को लेकर बेहद सतर्क रहना चाहिए.'' उन्होंने कहा कि हम सभी को अपने अध्यक्ष को मजबूत करने की जरूरत है. माना जा रहा है कि गुजरात विधानसभा चुनाव के लिए मतदान से ठीक पहले मणिशंकर अय्यर के इस बयान को लेकर कांग्रेस को नुकसान का डर था, जिसके चलते उनको निलंबित करने की कार्रवाई की गई. कांग्रेस नेता शीला दीक्षित ने ट्वीट कर ऐसी आशंका पहले ही जाहिर कर दी थी. इससे पहले साल 2014 के लोकसभा चुनाव से पहले भी मणिशंकर अय्यर ने मोदी के खिलाफ विवादित बयान देते हुए उनको चायवाला कहा था. इस चुनाव में कांग्रेस को करारी हार का सामना करना पड़ा था. कांग्रेस नेता मणिशंकर अय्यर ने मोदी पर बेहद विवादित टिप्पणी करते हुए कहा, ''ये आदमी बहुत नीच किस्म का आदमी है. इसमें कोई सभ्यता नहीं है और ऐसे मौके पर इस किस्म की गंदी राजनीति करने की क्या आवश्यकता है.'' साभार आजतक 
राजीव रंजन तिवारी (संपर्कः 8922002003)
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