गोरखपुर। पं. दीन दयाल उपाध्याय जन्म शताब्दी वर्ष पर आयोजित दूसरे दिन खेलो भारत कार्यक्रम कुशलता पूर्वक सम्पन्न हुआ। जिसमें क्रिकेट, बालीबाल, कबड्डी टीमों ने प्रतिभाग किया। प्रथम सत्र में भारतीय जनता युवा मोर्चा के पूर्व प्रदेश मंत्री डा. योगेश प्रताप सिंह बीएस स्पोर्ट बनाम तुरी बाजार बालीबाल की टीम से परिचय प्राप्त कर खिलाड़ियो का उत्साहवर्धन करते हुये कार्यक्रम की औपचारिक शुरूआत किया। खिलाड़ियो का उत्साहवर्धन करते हुये डा. योगेश प्रताप सिंह ने कहा खेल का ऐसा माध्यम जिसमें प्रेम और आपसी समरूपता के साथ स्वस्थ रहने का सरल साधन है। खेलो भारत का लक्ष्य समाज में खेल के माध्यम से लोगो में समरूपता बढ़ाना है।
खेल के दूसरे सत्र के दौरान क्रिकेट खेल का बैटिंग कर के डा. धर्मेन्द्र सिंह ने शुभारम्भ कर खिलाड़ियों का उत्साहवर्धन किया। डा. धर्मेन्द्र सिंह ने कहा कि मानव जीवन में अनेक तनाव व चिन्ताओ से ग्रसित खेल कूद इन समस्याओे से हमें मुक्ति प्रदान करता है। संत रामकृष्ण परमहंस का कथन है कि ईश्वर ने संसार की रचना खेल खेल में ही की है। अतः परमात्मा को खेल बहुत पसन्द है। सरकार एवं खेल संगठन खेलो को बढ़ावा देने के लिए प्रयत्नशील है।
खेल के तीसरे सत्र के दौरान कबड्डी खेल का शुभारम्भ महानगर राहुल श्रीवास्तव ने किया। खिलाड़ियो का उत्साहवर्धन करते हुये राहुल श्रीवास्तव ने कहा कि खेल कूद एक ऐसा मात्र क्षेत्र है, इससे आप अपना झण्डा बीना खून खराबा किये लहरा सकते हैं। खेलो से अनेक लाभ है। इससे जीवन और जाति में विशिष्ट स्थान है।
आज क्रिकेट खेल के दौरान 16 टीमों ने भाग लिया। जिसमें 8टीमें विजयी हुई। इसी क्रम में बालीबाल की कुल 12 पुरूष टीम तथा 4 महिला टीम प्रतिभाग किया। जिससे महिला टीमो का खेल बेहद रूचिकर रहा। इस क्रम में कबड्डी की कुल 16 टीम प्रतिभाग किया जिसमें 8 टीम विजयी रही। इस दौरान प्रमुख रूप से वार्ड नं0 66 के पार्षद मोहन सिंह व वार्ड नं0 62 के पार्षद प्रतिनिधि श्रवण पटेल एवं खेलो भारत के महानगर संयोजक शिवेन्द्र मिश्रा, सहसंयोजक संदीप सिंह राज, कृतिमान सिंह सेंगर, गौरव तिवारी बडू, बिट्टू तिवारी, शिवम पाण्डेय, मनीष जायसवाल, राज सिंह चैहान, रणजीत राय बड़े, पवन, अखिलेश, अवधेश, विपुल त्रिपाठी, विशाल शाही विक्की जी, सहित हजारो दर्शक उपस्थित थे।
0 comments:
Post a Comment
आपकी प्रतिक्रियाएँ क्रांति की पहल हैं, इसलिए अपनी प्रतिक्रियाएँ ज़रूर व्यक्त करें।