नई दिल्ली। अपने सेवारत एवं सेवानिवृत्त कर्मियों एवं उनके परिवारजनों के कल्याण एवं सीमा क्षेत्र की आम जनता के प्रति अपने सामाजिक उत्तरदायित्व को पूरा करने के लिए सशस्त्र सीमा बल ने 10 मार्च, 2017 को दिन नेशनल स्किल डेवलपमेंट कार्पोरेशन एवं नेशनल स्किल डेवलपमेंट फंड के साथ राजीव प्रताप रूडी (कुशलता विकास एवं उद्यमिता राज्य मंत्री) एवं किरेन रीजिजू (गृह राज्य मंत्री) की उपस्थिति में बल मुख्यालय, सशस्त्र सीमा बल नई दिल्ली में आयोजित एक समारोह में एक ‘आपसी समझ के ज्ञापन‘ पर हस्ताक्षर किया।
इस अवसर पर बतौर मुख्य अतिथि राजीव प्रताप रूडी ने एसएसबी को पहल की प्रशंसा की एवं विश्वास जताया कि इस आपसी समझ के समझौते पर कार्य करते हुए एसएसबी न केवल अपने सेवानिवृत्त कर्मियों को रोजगार के अवसर उपलब्ध कराएगा बल्कि सेवारत कर्मियों के परिवारजनों एवं सीमाक्षेत्र की आम जनता के कुशलता में विकास करेगा। अर्चना रामासुंदरम (भापुसे, महानिदेशक) ने सशस्त्र सीमा बल की ओर से ‘मेमोरेंडम आफ अन्डरस्टैडिंग‘ पर हस्ताक्षर किया जबकि राकेश अग्रवाल (संयुक्त सचिव, एमएसडीई) एवं श्री मनीष कुमार (मुख्य कार्यकारी अधिकारी, नेशनल स्किल डेवलपमेंट कार्पोरेशन) ने क्रमशः एनएसडीई एवं एनएसडीसी की ओर से समझौते पर हस्ताक्षर किया। समारोह में एक एन्ड्रायड आधारित स्वयं एस.एस.बी. द्वारा विकसित मोबाइल एप्लीकेशन ‘माई एसएसबी‘ को किरेन रीजीजू ने लाँच किया। उन्होंने इस एप्लीकेशन को विकसित करने वाले निरीक्षक (मंत्रालयिक) गौतम बसाक की सराहना की। उन्होंने यह आशा जताई कि एसएसबी अपने कर्मचारियों के कल्याण के लिए प्राथमिकता के आधार पर काम करता रहेगा। इसके पूर्व इस अवसर पर आगत अतिथियों का स्वागत करते हुए अर्चना रामासुंदरम (महानिदेशक, एसएसबी) ने कहा कि इस समझौते पर हस्ताक्षर के बाद एसएसबी अपने सवोनिवृत एवं सेवारत कर्मियेां को रोजगार का एक दूसरा अवसर उपलब्ध कराने में रक्षम होगा। इस समझौते पर हस्ताक्षर के बाद एसएसबी कर्मियों के आश्रित, स्थानीय लोग, स्कूल छोड़ने वाले बच्चे, मानव तस्करी के शिकार सीधे तौर पर इससे लाभान्वित होंगें। फिलहाल, एसएसबी 1751 किलोमीटर लम्बी भारत-नेपाल एवं 699 किलोमीटर भारत-भूटान सीमा पर तैनात है साथ ही यह बिहार, झारखण्ड एवं छत्तीसगढ़ राज्यों में नक्सल विरोधी अभियान एवं जम्मू एवं कश्मीर राजय में आतंकवाद विरोध अभियान में संलग्न है। इस समझौते पर हस्ताक्षर के बाद शिक्षित बेरोजगार एवं अशिक्षित बेरोजगार को अपनी रूचि का रोजगार करेन का अवसर मिलेगा।
कौशल विकास प्रशिक्षण कार्यक्रम, कुशलता विकास एवं उद्यमिता मंत्रालय के सहयोग से आयोजित किया जाएगा। प्रशिक्षण में वस्त्र, खाद्य प्रसंस्करण, सौंदर्य एवं स्वास्थ्य, आटोमोटिव, सुरक्षा एवं खेल पर विशेष बल दिया जाएगा। महानिदेशक, एसएसबी ने अतिविशिष्ट मेहमानों को बताया कि बल के द्वारा खुद विकसित किए गए मोबाइल एप्लीकेशन ‘माई एस.एस.बी.‘ बलकर्मियों की सभी सामान्य जरूरतों और सूचनाओं जैसे वेतन एवं मत्तों का विवरण, भविष्य निधि एवं सेवा सम्बन्धी जानकारियाँ उपलब्ध कराएगा। प्रधानमंत्री के डिजीटल इंडिया कम्पेन से प्रेरित यह निर्णय लेने में सहायक एवं दैनिक स्तर पर डीजीटल साल्यूशन उपलब्ध कराएगा। यह सेवारत एवं सेवानिवृत बलकर्मियों एवं वरिष्ठ अधिकारियों के बीच एक द्विपक्षीय संचार सुविधा देगा और साथ ही कल्याण कार्यक्रमों और बलकर्मियों की शिकायतों प्राप्त करने एवं उनका निदान प्रदान करने का एक मंच साबित होगा। इस ऐतिहासिक आयोजन में गृह मंत्रालय, एमएसडीई, एनएसडीसी एवं सभी केन्द्रीय सशस्त्र पुलिस बलों के विशिष्ट अतिथि मौजूद थे।
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