गोरखपुर। लगता है इस बार गोरखपुर शहर विधानसभा सीट का तख्तापलट हो जाएगा। बड़ी तेजी से बदलते माहौल को देखते हुए यह अंदाजा लगाया जा रहा है कि इस बार बदलाव संभव है। खास बात यह है मौजूदा भाजपा विधायक के समर्थक यह दावा कर रहे हैं कि इस बार भी भाजपा ही जीतेगी, लेकिन भाजपा उम्मीदवार के निकटतम प्रतिद्वंद्वी माने जा रहे कांग्रेस-सपा गठबंधन के उम्मीदवार के विरोधी भी दबी जुबान यह स्वीकारने लगे हैं कि लगता इस बार बदलाव हो जाएगा।
गौरतलब है कि गोरखपुर शहर विधानसभा सीट पर पिछले कई बार से भाजपा का ही कब्जा है। यहां से भाजपा के टिकट पर डा.आरएमडी अग्रवाल विधायक हैं। लेकिन आसन्न विधानसभा चुनाव में यहां का माहौल बदलता हुआ नजर आ रहा है। इसके पीछे नोटबंदी से हुई परेशानियां, केन्द्र सरकार की कथित जनविरोधी नीतियां जिम्मेदार हैं। साथ ही भाजपा के निकटतम प्रतिद्वंद्वी के रूप में कांग्रेस-सपा गठबंधन प्रत्याशी राणा राहुल सिंह (आरआरएस) का मैदान में उतरने से भाजपा की दिक्कतें बढ़ती हुई दिख रही है। बताते हैं कि राणा राहुल सिंह बेहद जुझारू, होशियार व जनप्रिय उम्मीदवार है। चुनावी चर्चा के वर्षों पहले से राणा राहुल सिंह गोरखपुर शहर सीट पर लोगों के बीच जनसंपर्क अभियान चला रहे हैं। शहर की कई प्रमुख समस्याओं के निराकरण के लिए उन्होंने आंदोलन कर लोगों का दिल जीता है।
राणा राहुल सिंह के समर्थक बताते हैं कि इस बार गैर कांग्रेसी और सपाई वोटर भी अपना मूड बदल चुके हैं। उनकी नजर में भी राणा राहुल सिंह ही गुड हैं। इसलिए यह उम्मीद जताई जा रही है कि इस बार राणा राहुल सिंह भाजपा को शहर सीट पर शिकस्त दे सकते हैं। वैसे परिणाम क्या होगा, यह तो 11 मार्च को ही पता चलेगा। फिर भी भारतीय लोकतांत्रिक राजनीति संभावनाओं की नींव पर ही बहुमंजिली इमारत खड़ी कर लेती है।
राजीव रंजन तिवारी, फोन- 8922002003
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