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भाजपा, बसपा और भासपा के कई नेताओं ने थामा सपा का दामन


लखनऊ। सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव की अनुमति से प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल तथा मुख्य प्रवक्ता राजेंद्र चौधरी के समक्ष वर्तमान एमएलसी कांति सिंह, उनके पति पूर्व एमएलसी एसपी सिंह तथा पूर्व एमएलसी विशाल वर्मा सहित बसपा-भाजपा के तमाम नेता और भारतीय समाज पार्टी के कई पदाधिकारी मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के नेतृत्व में आस्था रखते हुए सपा में शामिल हो गए। आशा है कि इन साथियों के आने से समाजवादी पार्टी को 2017 के चुनावों में मजबूती मिलेगी। लखनऊ स्नातक क्षेत्र से निर्वाचित विधान परिषद सदस्य कांति सिंह, उनके पति पूर्व एमएलसी और लखनऊ पब्लिक स्कूल एवं कालेज के संस्थापक एस.पी सिंह ने अपने तमाम साथियों के साथ समाजवादी पार्टी की सदस्यता ग्रहण की। पूर्व विधायक विशाल वर्मा तथा समाजसेवी श्री धर्म सिंह बग्गा भी समाजवादी पार्टी में शामिल हुए हैं। अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा (जौनपुर) के महामंत्री विक्रम प्रताप सिंह भी भाजपा छोड़कर समाजवादी पार्टी में शामिल हुए है। उनके साथ पूर्व ब्लाक प्रमुख रजनीकांत सिंह, रीना सिंह, संदीप वर्मा जिला पंचायत सदस्य खीरी, सुशील कुमार, ज्ञानेंद्र कुमार (पूर्व प्रमुख) बांगरमऊ (उन्नाव), संजय वर्मा (खीरी) पूर्व एमएलसी विशाल वर्मा एवं धर्मवीर सिंह बग्गा (अम्बेडकरनगर) भी थे। बसपा छोड़कर मंजू वर्मा पत्नी पूर्व मंत्री राम लखन वर्मा, योगेंद्र निषाद (सदस्य जिला पंचायत), ललित कुमार जिला पंचायत सदस्य (आजमगढ़), जय सिंह पटेल (जिला उपाध्यक्ष उन्नाव) सपा के सदसय बन गए हैं। भारतीय समाज पार्टी छोड़कर सपा की सदस्यता लेने वालों में प्रमुख है रवि कुमार राजभर, प्रदेश प्रमुख महासचिव ज्ञानू भारती, प्रदेश महासचिव पूजापाल महासचिव महिला मंच, उप्र, शारदा देवी (उपाध्यक्ष महिला मंच) सहित रजित राजभर , हरिश्चंद राजभर, विक्रमाजीत, वंशीलाल राजभर, फूलचंद राजभर, रामदीन राजभर, उमेश चंद राजभर, ननकू पाल, कमल पांडेय। अखिल भारतीय अल्पसंख्यक अधिवक्ता एसोसिएशन के प्रदेश महासचिव श्री अरशद जमाल एडवोकेट ने समाजवादी पार्टी को पूर्ण समर्थन देने की अपील की है।
भ्रामक आंकड़े देकर जनता को गुमराह कर रहे हैं पीएमः राजेन्द्र
समाजवादी पार्टी के मुख्य प्रवक्ता राजेन्द्र चैधरी ने पार्टी मुख्यालय में पत्रकारों से कहा कि विधानसभा चुनाव में विपक्षी दल झूठे और अनर्गल प्रलाप कर रहे है। भाजपा नेता और स्वयं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी यूपी के विषय में जिस प्रकार अपनी रणनीति के तहत भ्रामक आंकड़े दे रहे हैं, वह यूपी की जनता का अपमान है। भाजपा शासित राज्यों में लचर कानून व्यवस्था सहित बढ़ते आपराधिक आंकड़ों की गवाह भारत सरकार का नेशनल क्राइम ब्यूरो की रिपोर्ट है। बावजूद इसके भाजपा लगातार मतदाताओं को गुमराह करने का प्रयास कर रही है। भाजपा की केन्द्र सरकार ही यांत्रिक कत्लगाहों के आयात-निर्यात का लाइसेंस जारी करती है, यह जानते हुये भी भाजपा यूपी के घोषणापत्र में यांत्रिक कत्लगाहों की समाप्ति की बात करती है। जो भाजपा के दोहरे चरित्र को ही दर्शाता हैं। उत्तर प्रदेश में बीते पांच वर्षों के कार्यकाल में अखिलेश यादव ने उत्तर प्रदेश का सभी क्षेत्रों में विकास किया हैं। अपराधमुक्त समाज स्थापित करने के साथ सड़कों का जाल फैलाकर रोजगार सृजन के अनेक अवसर उत्पन्न करने का कार्य समाजवादी सरकार में हुआ है। समाजवादी पेंशन के माध्यम से 55 लाख गरीब परिवारों को राहत पहुंचाने का कार्य पूरे देश में एक नजीर बन चुका है। सपा-कांग्रेस गठबंधन के बलबूते अखिलेश यादव जी को दुबारा मुख्यमंत्री बनाने के लिये पूरे प्रदेश में जनता का अपार समर्थन मिल रहा है। सीएम की लोकप्रियता से बसपा सुप्रीमों की बौखलाहट भी खुलकर सामने आ रही हैं। भाजपा के समर्थन से यूपी की सीएम रहने के साथ ही साथ गुजरात में नरेन्द्र मोदी के पक्ष में प्रचार करने वाली बसपा प्रमुख की असलियत को अलपसंख्यक समाज बखूबी जानता है। बसपा की जनविरोधी नीतियों की वजह से पिछले विधानसभा चुनाव में जनता ने बसपा का सफाया कर दिया था। एक ओर बसपा ने अपने शासन काल में कोई भी जनहित का काम नहीं किया, लेकिन अखिलेश सरकार के विकास कार्यों को अपना बता कर जनता को गुमराह कर रही है। बसपा-भाजपा भाई-बहन के अटूट रिश्ते से बंधे हुये है। दोनों दलों में होड़ लगी है कि ज्यादा से ज्यादा साम्प्रदायिकता और जातिवाद का इस चुनाव में इस्तेमाल कर मतदाताओं को भ्रमित कर चुनाव को प्रभावित किया जाए। यह भी सच्चाई है कि जमीनों का कारोबार बसपा ने किया था। खजाने की लूट और पत्थरों पर अपव्यय किया गया जिसमें भारी कमीशनखोरी हुयी। पांच साल तक जनता का रूपया पत्थरों में लगाने वाली बसपा की असलियत को जनता समझ चुकी है। दंगों का झूठा आंकड़ा बताकर बसपा प्रमुख भाजपा जैसे साम्प्रदायिक पार्टी को बचाने में लगी है। सपा सामाजिक आधार पर आरक्षण की पक्षधर है। समाजवादियों ने डा. लोहिया के जमाने से सामाजिक न्याय के लिए आरक्षण दिलाने का संघर्ष किया है। उत्तर प्रदेश की जनता जागरूक है। अखिलेश यादव के नेतृत्व में समाजवादी नीतियों से जनता की भलाई हुयी है। जनता का पूरा भरोसा कांग्रेस-सपा गठबंधन में मजबूत हो रहा है। जिनके नेतृत्व में राजनीति नया मोड़ ले रही है। यह चुनाव देश की राजनीतिक दिशा तय करेगा। श्री अखिलेश यादव के पक्ष में चुनावी परिणाम देकर लोकतंत्र को साम्प्रदायिक और जातिवादी ताकतों से मुक्त करायेगी।
नौ को अखिलेश व 10 फरवरी डिम्पल-जया बच्चन करेंगी सभाएं 
सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव 9 फरवरी को मथुरा, हाथरस, फिरोजाबाद और आगरा में तथा 10 फरवरी 2017 को पीलीभीत, शाहजहांपुर और बरेली में कुल 10 चुनावी सभाओं को संबोधित करेंगे। वे 9 फरवरी को मथुरा में 01, हाथरस में 01, फिरोजाबाद में 2 और आगरा में 01 सभा में समाजवादी प्रत्याशियों के पक्ष में मतदान की जनता से अपील करेंगे। 10 फरवरी 2017 को पीलीभीत में 2, शाहजहांपुर में 2 और बरेली में 01 जनसभा में भाषण करेंगे। सपा सांसद डिम्पल यादव एवं जया बच्चन सांसद का संयुक्त चुनावी भ्रमण कार्यक्रम तय हुआ है। इसके तहत ये दोनों महिला सांसद 8 फरवरी को आगरा जनपद के विधानसभा बाह में 12.00 बजे, प्रत्याशी अंशू रानी निषाद, 1.15 बजे एत्मादपुर विधानसभा में राजाबेटी देवी और 2.30 बजे आगरा छावनी की प्रत्याशी ममता टपलू के समर्थन में चुनावी जनसभा को सम्बोधित करेंगी। मुख्यमंत्री अखिलेश यादव 9 फरवरी 2017 को जिला मथुरा में विधानसभा क्षेत्र छाता के समाजवादी प्रत्याशी अतुल सिंह सिसौदिया, हाथरस जिला में विधानसभा क्षेत्र सादाबाद से प्रत्याशी देवेंद्र अग्रवाल, जनपद फिरोजाबाद में टूंडला विधानसभा क्षेत्र से प्रत्याशी शिव सिंह चक और फिरोजाबाद विधानसभा क्षेत्र से प्रत्याशी अजीम भाई तथा जिला आगरा में फतेहाबाद एवं एत्मादपुर विधानसभा क्षेत्र के संयुक्त प्रत्याशियों राजेंद्र सिंह और राजबेटी देवी के पक्ष में चुनावी सभाओं को संबोधित करेंगे। अखिलेश यादव 10 फरवरी 2017 को पीलीभीत जनपद में अमरिया विधानसभा क्षेत्र से प्रत्याशी हाजी रियाज अहमद और विधानसभा क्षेत्र पूरनपुर तथा बरखेड़ा के प्रत्याशियों क्रमशः पीतमराम और हेमराज वर्मा, जनपद शाहजहांपुर में शाहजहांपुर, ददरौल एवं जलालाबाद विधानसभा क्षेत्र के प्रत्याशियों क्रमशः तनवरी अहमद, राममूर्ति वर्मा एवं शरदवीर सिंह, के अलावा कटरा एवं पुवायां विधानसभा क्षेत्र से प्रत्याशी राजेश यादव तथा शकुंतला देवी और बरेली जनपद के फरीदपुर विधानसभा क्षेत्र से प्रत्याशी डा. सियाराम के पक्ष में जनता से मतदान की अपील करेंगे।
राजीव रंजन तिवारी, फोन- 8922002003
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