नई दिल्ली। कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी का कहना है कि उनके पास प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निजी भ्रष्टाचार को लेकर कुछ जानकारी है जिसे वह लोकसभा में बताना चाहते हैं। यह बात उन्होंने बुधवार को लोकसभा की कार्यवाही दिन भर के लिए स्थगित होने के बाद विपक्ष की एक साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस में कही। कांग्रेस उपाध्यक्ष ने कहा, "प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बहुत डरे हुए हैं क्योंकि मेरे पास प्रधानमंत्री के बारे में निजी जानकारी है। हमने स्पीकर को बता दिया है कि कृपया हमें संसद में बोलने दिया जाए और संसद में बोलना हमारा राजनीतिक अधिकार है. लेकिन यह सरकार विरोध कर रही है। सरकार के लोग विपक्ष को बोलने नहीं दे रहे हैं।”
राहुल गांधी ने कहा कि पिछले एक महीने से पूरा विपक्ष लोकसभा में चर्चा करना चाहता है लेकिन प्रधानमंत्री और सरकार नहीं चाहते। इससे पहले राहुल गांधी ने कहा था कि अगर उन्हें संसद में बोलने दिया गया तो भूचाल जा आ जाएगा। इस पर भाजपा ने तंज करते हुए कहा कि उनकी वजह से कांग्रेस में भूचाल आया हुआ है, पहले उसे संभाल लें। बुधवार को चार दिन बाद संसद कार्रवाई जैसे ही शुरू हुई, कांग्रेस ने नोटबंदी को लेकर सरकार पर निशाना साधना शुरू कर दिया और एक घोटाले का आरोप लगाया जिसमें केंद्रीय गृह राज्य मंत्री किरण रिजिजू को शामिल बताया जा रहा है। विपक्ष नोटबंदी को लेकर सरकार पर बराबर निशाना साध रहा है। प्रधानमंत्री मोदी ने 8 नवंबर को एक हजार और पांच सौ रुपए के नोटों को बंद करने का एलान किया था। इसके बाद लोगों को भारी परेशानी हो रही है। नकदी की किल्लत के कारण अब भी कई बैंकों और एटीएम मशीनों के सामने लंबी लाइनें लगी हैं। सरकार जहां भ्रष्टाचार और कालेधन से निपटने के लिए नोटबंदी को जरूरी बता रही है, वहीं विपक्ष इस मुद्दे पर सरकार को घेर रहा है। संसद के शीतकालीन सत्र के अब सिर्फ तीन दिन और बचे हैं। ऐसे में, रिजिजू प्रकरण सामने आने के बाद संसद चलने की रही सही उम्मीदें भी दम तोड़ती दिख रही हैं। 16 नवंबर से जब से शीतकालीन सत्र शुरू हुआ है, लोकसभा सिर्फ दो विधायी कार्य निपटा पाई है। एक है आय कर संशोधन विधेयक पास करना और दूसरा सहायता की पूरक मांग को मंजूरी देना। इन्हें बिना बहस शोरशराबे के बीच ही मंजूर किया गया। इसके अलावा राज्यसभा सत्र के पहले दिन ही ठीक से चल पाई, जब नोटबंदी पर बहस शुरू हुई और पांच घंटे तक चली।
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