नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार (14 नवंबर) की देर रात अपने सीनियर मंत्रियों के साथ मीटिंग की। प्रधानमंत्री आवास पर हुई उस मीटिंग में गृह मंत्री राजनाथ सिंह, वित्त मंत्री अरुण जेटली, सूचना प्रसारण मंत्री वेंकैया नायडू, ऊर्जा और खनन मंत्री पीयूष गोयल के अलावा वित्त मंत्रालय के बाकी सीनियर लोग मौजूद थे। मीटिंग में कुछ अहम फैसले भी हुए। एएनआई से बातचीत करते हुए वित्त मामलों के सचिव (EAS) शक्तिकांत दास ने कहा कि मीटिंग में पीएम मोदी ने इस बारे में जानकारी ली कि स्टॉक में कितने नए नोट बचे हैं। इसपर रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने पीएम को आश्वासन दिया कि पर्याप्त मात्रा में नोट उपलब्ध हैं। सोमवार यानी आज से लागू होने वाले कदमों के बारे में बात करते हुए शक्तिकांत दास ने बताया कि 500 और 1000 के जो पुराने नोट पहले 14 नवंबर की रात तक मान्य थे वह अब 24 नवंबर की रात तक मान्य कर दिए गए हैं। पुराने नोट सरकारी हॉस्पिटल, पेट्रोल पंप पर मान्य होंगे।
शक्तिकांत दास ने इस बात की भी जानकारी दी कि बैंकों में एक अलग से लाइन बनाई जाएगी उसमें सिर्फ नोट बदलने वाले लोग लग सकेंगे। इसके अलावा सीनियर सिटिजन और दिव्यांग लोगों के लिए भी अलग से लाइन होगी। शक्तिकांत दास ने वित्त मंत्रालाय के उस फैसले का भी जिक्र किया जिसमें कैश निकालने की लिमिट बढ़ा दी गई है। वित्त मंत्रालय ने रविवार को बताया, ‘सभी बैंकों को सलाह दी गई है कि एटीएम से एक दिन में 2000 रुपए निकालने की सीमा को 2500 रुपए, सप्ताह में अकाउंट से 20 हजार रुपए निकालने की सीमा को 25 हजार रुपए और नोट बदलने की सीमा को 4000 रुपए से 4500 रुपए किया जाए। इसके साथ ही कहा गया है कि एक दिन में चेक से केवल 10 हजार रुपए निकालने की सीमा को खत्म किया जाए।’
गौरतलब है कि नोटबंदी के बाद लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है, सरकार द्वारा कई तरह के भरोसे देने के बावजूद बैंकों और एटीएम के बाहर भीड़ कम होने का नाम नहीं ले रही। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 500 और 1000 रुपए के नोट बंद करने का ऐलान आठ नवंबर को किया था।
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