नई दिल्ली। इकोऩॉमिक टाइम्स को दिए अपने एक साक्षात्कार में इतिहासकार डा.रामचंद्र गुहा ने कांग्रेस के उपाध्यक्ष राहुल गांधी के विरोध में टिप्पणी करते हुए यह सलाह दी है कि राहुल गांधी को घर बसा लेना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा है कि 10-15 वर्षों तक देश में भाजपा का ही राज रहेगा। अपने इस वक्तव्य के कारण डा.गुहार सोशल साइट्स होल्डर्स के निशाने पर आ गए हैं। सेवानिवृत्त प्रोफेसर सरोज मिश्र ने फेसबुक के जरिए सवाल किया है कि ‘गुहा, ज्योतिषी हैं या भगवान?’
प्रो.सरोज मिश्र कहते हैं-‘एक कोई रामचंद्र गुहा हैं, कहते हैं कि इतिहासकार हैं। अपने आप को प्रसिद्ध इतिहासकार समझते हैं। इकॉनमिक टाइम्सा को दिए एक इंटरव्यूग में उन्होंहने कहा है कि आने वाले कुछ सालों में भारतीय जनता पार्टी इकलौती राष्ट्री य पार्टी बनकर उभरेगी। इतिहासकार जी ने राहुल गांधी पर टिप्पणी करते हुए उन्हें शादी करके घर बसाने और राजनीति से दूर रहने की सलाह दे डाली है।‘ प्रो.मिश्र पूछते हैं- ‘गुहा जी आप न तो ज्योतिषी हो न भगवान। अपने बयान से यह साबित कर गए कि तुम मोदी के चमचे हो। संघी भक्त हो और संनकी भी हो। आप को कोई सलाह दे कि आत्म ह्त्या कर लो तो कैसा लगेगा। कौन होते हो राहुल को सलाह देने वाले। अरे भाई, तुम मोदी को सलाह क्यों नहीं देते की पत्नी को साथ लें देश को बेवकूफ बनाना बंद करें। झूठ मत बोले। गुहा जी सारा देश आप की तरह नहीं सोचता। देश की 87 प्रतिशत पब्लिक मोदी का उपहास करती है। फेकू बोलती है। झूठा और जुमले बाज कहती है। कोर्ट से प्रमाण मिलने के बाद भी मोदी और शाह उन आरोपों से सामाजिक मुक्ति नहीं पा सके जो उनपर लगे थे। तुम (गुहा) हो की उनके मुरीद हुए जा रहे हो। और सुनो देश के सिर्फ 13 फीसदी सिरफिरे हैं, जो प्लानिग से रात-दिन राहुल जी और सोनिया जी को गाली देते हैं। देश समझता है। आप को कुछ पता नहीं। उत्तर प्रदेश के बाद तुम्हारी भाजपा को खड़े होने को जमीन नही मिलेगी। केंद्र में फिर वे सिमट कर जनसंघ हो जायेंगे। गुजरात और राजस्थान भी गया समझो। अपनी निष्ठा थोड़े से लाभ के लिए मत गिरवी रखो। अगर इतिहासकार हो तो तटस्थ रहो।‘
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इतिहासकार को ऑब्जेक्टिविटी बनाए रखनी चाहिए। राहुल का शादी करना या न करना उनका सर्वथा निजी मामला है, इसका राजनीति से क्या लेना-देना...पर मोदी जी का विवाहित होते हुए भी यह छुपाना राजनीतिक जीवन में शुचिता का मामला है, मोदी जी ने विवाहित होना तभी स्वीकार किया जब इंडियन एक्प्रेस ने पोल खोल दी, फिर भी उन्होंने अपनी पत्नी को परित्यक्ता बना रखा है।
ReplyDeleteकिसने मांगी थी गुह जी से सलाह...अपने आप बिन मांगे सलाह देने चले आए। जाकर राजनीति करें। दूर बैठकर हवा में तीर क्यों ठोक रहे हैं।इतिहास कार हो .भगवान् नहीं .. किसी को अपने कल का पता नहीं ये देश सौंप रहे हैं क्यों आखिर
ReplyDeleteये वही महोदय हैं जिन्हों ने अपनी दो इतिहास की पुस्तकें लिखी ही हैं कांग्रेस को गाली देने के लिए इसी लिए इनकी किताबें संघी सरकारों में खूब बिकती हैं ये इतिहासकार नहीं कांग्रेस विरोधी संघी मुरीद हैं .
ReplyDeleteराहुल जी के खिलाफ जिस तरह का फर्जी प्रचार संघ की अफवाह प्रचार एजेंसी ने किया है वह शायद पूरे विश्व की राजनीति में अकेला उदाहरण है . कुछ लोग खुद को मोदी जी द्वारा उनका पप्पू बनाये जाने पर ऐसे असमंजस में है कि वे खुद को पप्पू होने के बोध से अलग होने के लिए कैसा भी बयान देते रहते है . उनको लगता है यदि वे राहुल जी को नकारने की बात करेंगे तो उनके मोदी प्रेम को एक वजह मिल जायेगी और उनका खुद को पप्पू साबित होने से बचना हो जायेगा . ऐसे सभी विद्वान अगर खुद को मोदी जी द्वारा पप्पू बनाये जाने की बात मान लें तो ना सिर्फ वे नैतिक रूप से इमानदार माने जायेंगे बल्कि खुद को भी कभी मोदी समर्थक होने के अपराध बोध से मुक्त महसूस करेंगे . राहुल जी कांग्रेस में नेहरू इंदिरा और राजीव जी की परम्परा को जिस जिम्मेदारी से निभा रहे है वह संघ के लिए परेशानी का सबब तो है ही . Sandeep Verma
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