नई दिल्ली। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के दामाद रॉबर्ट वाड्रा ने आज सामने आकर कहा कि मैं इसी देश में पैदा हुआ हूं और मैं कहीं नहीं जा रहा हूं। लोग मेरे बारे में क्या विचार रखते हैं और मीडिया में क्या आता है मुझे ज्यादा फर्क नहीं पड़ता। वाड्रा ने कहा कि सरकार भी मेरे खिलाफ अगर कोई कदम उठाती है तब भी मैं डरने वाला नहीं हूं और मैं अपने देश में ही रहकर सारी कठिनाओं का सामना करूंगा। मैं इतना पढ़ा-लिखा हूं कि क्या सही है क्या गलत है मुझे पता है। वाड्रा ने यह बात समाचार एजेंसी एएनआई से कही। रॉबर्ट वाड्रा ने कहा कि हमारा देश बहुत बड़ा है और यह धर्मनिरपेक्ष रहा है। लोगों को कोशिश करनी चाहिए कि ये बात देश में बनी रहे।
अपने राजनीतिक भविष्य पर वाड्रा ने कहा कि अगर मैं राजनीतिक परिवार से हूं तो क्या मैं राजनीति जॉइन कर लूं? मुझे जब लगेगा कि लोगों को मेरी जरूरत है और किसी तरह से लोगों की मदद कर सकता हूं। इस बात से फर्क नहीं पड़ता की मैं पॉलिटिक्स में हूं या नहीं, मैं सेंसिटिव इशू पर लिखता हूं, जिसपर मैं यकीन करता हूं। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के दामाद रॉबर्ट वाड्रा ने आज सामने आकर कहा कि मैं इसी देश में पैदा हुआ हूं और मैं कहीं नहीं जा रहा हूं। लोग मेरे बारे में क्या विचार रखते हैं और मीडिया में क्या आता है मुझे ज्यादा फर्क नहीं पड़ता। रॉबर्ट वाड्रा ने सरकार को शुभकामना दी लेकिन साथ ही कहा कि जनता एक दिन विरोध करेगी और समझ जाएगी कि क्या सही और क्या गलत है? कोई नहीं कहता कि राष्ट्र के खिलाफ जाओ लेकिन हर किसी की अपनी एक सोच होती है, कोई जोर देकर उनसे अपनी बात नहीं मनवा सकता है या युवाओं को नीचे ढकेल सकता है। राजनीति में जाने के सवाल पर वाड्रा ने कहा कि मैं कैसे राजनीति में जा सकता हूं, क्या सिर्फ इसलिए कि मैं राजनीतिक घराने से हूं? लेकिन आप ना को कभी ना नहीं कह सकते। देखते हैं भविष्य ने मेरे लिए क्या सहेजकर रखा है। वाड्रा ने आगे कहा कि मुझे अपना जीवन अच्छा बनाने के लिए प्रियंका की जरूरत नहीं है, मेरे माता-पिता ने मुझे पर्याप्त दिया है।
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