ट्रांसजेंडर डेः ट्रांसजेंडर पर बहस के औचित्य पर सवाल
पूर्वांचल की धरती पर पहली बार एकता सेवा संस्थान के तत्वावधान में आयोजित हुआ ट्रांसजेंडर डे पर कार्यक्रम, अतिथियों ने संयमित होकर मिलाया ट्रांसजेंडर्स की सुर में सुर
गोरखपुर।गोरखपुर में ट्रांसजेंडर डे पर आयोजित कार्यक्रम ने आज सबका ध्यान आकृष्ट किया। इस मौके पर एकता सेवा संस्थान के सचिव वीरेन्द्र राज ने बताया कि पिछले दो दशकों में वीएचएस संवेदनशील राज्य में विभिन्न हितधारकों के साथ राज्य मे एचआईवी की रोकथाम के कार्यक्रम को मजबूत बनाने और हाशिए पर रह रहे विशेष रूप से ट्रांसजेंडर समुदाय के जीवन की गुणवत्ता में सुधार लाने के उद्देश्य के निर्माण में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। स्वैच्छिक स्वास्थ्य सेवा (वीएचएस) संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम एशिया-प्रशांत क्षेत्रीय केंद्र (यूएनडीपी APRC) बहु-देशीय दक्षिण एशिया ग्लोबल फंड एचआईवी कार्यक्रम के तहत (चरण 2) के साथ भारत में DIVA परियोजना के तहत किन्नरों / हिजरा के विकास के लिए कार्य कर रहा है कार्यक्रम के समग्र लक्ष्य के लिए, पुरुषों के लिए जो समुदाय सिस्टम के माध्यम से हिजरा और ट्रांसजेंडर लोगों के साथ यौन संबंध के एचआईवी जोखिम के प्रभाव, और जोखिम को कम करने के लिए है। वीएचएस राष्ट्रीय एड्स नियंत्रण संगठन (नाको), स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय और संबंधित राज्य एड्स नियंत्रण सोसायटी (SACS) के मार्गदर्शन में छह राज्यों (तमिलनाडु, केरल, मुंबई, उत्तर प्रदेश, दिल्ली और ओडेसा) में इस कार्यक्रम को लागू कर रहा है। वीरेन्द्र राज गोरखपुर के होटल शिवाय में एकता सेवा संसथान के तत्वावधान में आयोजित कार्यक्रम में बताया कि संस्था टीजी और हिजरा समूह की आवश्यकताओं की सेवा करने के लिए प्रतिबद्ध है। 2012 से संगठन अलग-अलग परिस्थितियों में विशेष रूप से टीजी और हिजरा समूह के लिए जीवन में बदलाव के कार्यक्रम कर रहा है। हम सामाजिक और शैक्षिक हस्तक्षेप /, शिक्षित संवेदनशील और युवा लोगों को सशक्त बनाने के लिए विशेष रूप से टीजी और हिजरा में एचआईवी / एड्स और अन्य यौन रोगों के बारे में समुदाय के बचाव के उद्देश्य से कई गतिविधियों का कार्य। एचआईवी / एड्स शिक्षा पर जोर देने के साथ स्वस्थ जीवन शैली को बढ़ावा देने के माध्यम से हम एक दोस्ताना सेवा प्रदान करते है l एचआईवी / एसटीआई परामर्श, परीक्षण, यौन प्रजनन स्वास्थ्य शिक्षा और सहायता प्रदान करते हैं। पिछले चार वर्षों में हम टीजी परियोजनाके तहत हम मिथकों और एचआईवी / एड्स से संबंधित गलत धारणाओं को दूर करने का है कार्य कर रहे है l एचआईवी / एड्स से संबंधित भेदभाव। वहाँ भी यौन पहचान मुद्दों के माध्यम से किन्नर के साथ-साथ अन्य स्वयं उत्प्रेरण विकास के मुद्दों मंभ मदद करने के मनोसामाजिक और या परामर्श समर्थन दिया जाता है । 15 अप्रैल 2016, वीएचएस एमएसए दिवा और एकता सेवा संस्थान टीजी / हिजरा समुदाय को मुख्य धारा से जुड़ने के प्रयास में माननीय सुप्रीम कोर्ट के दिए गए निर्णय के दिन को किन्नर दिवस घोषित किये जाने की अपील करता है और हर वर्ष इस दिन को वर्षगांठ समारोह 'के रूप में आयोजित करती रहेगी। एकता सेवा संस्थान की अध्यक्ष गुड़िया किन्नर ने कहा की एकता सेवा संस्थान उत्तर प्रदेश में किन्नर समाज के मौलिक अधिकार को दिलाने के लिए निरंतर कार्य कर रही है जिसकी पहल आज गोरखपुर की पावन धरती से की जा रही है हम किन्नरों को समाज की मुख्य धारा से जोड़ने के लिए सरकार से अपील करते है की माननीय सुप्रीम कोर्ट के दिये हुए निर्देशों को सरकार जल्द से जल्द लागू करे जिससे समाज से अलग थलक रहने वाला यह समाज अपना खोया सम्मान वापस प्राप्त कर सके और देश के विकास में अपना योगदान दे सके। सपना किन्नर ने कहा की जिस प्रकार अन्य राज्यों में किन्नर आगे बढ़ के पुलिस ,चिकित्सा , प्रशासन ,पढाई ,अदि विभागों में अपनी प्रतिभा के दम पे कार्य कर रहे है उसी प्रकार उत्तर प्रदेश में किन्नरों को रोजगार के अवसर सरकार उपलब्ध करे l जो किन्नर अपनी प्रतिभा के दम पर कुछ कर दिखाना चाहते है उन्हें सामान अवसर प्राप्त हो जिससे एक सभ्य समाज की स्थापना हो लैंगिक भेदभाव झेल रहा किन्नर समाज अपील करता है की समाज उन्हें स्वीकार करे जिससे सभ्य समाज की स्थापना हो सके। गोरखपुर के होटल शिवाय में आयोजित कार्यक्रम में बतौर अतिथि मेयर सत्या पाण्डेय समेत अनेक लोग मौजूद रहे। कार्यक्रम को सफल बनाने में एकता सेवा संस्थान की अध्यक्ष गुड़िया, दीपिका, अभिमन्यू, सपना, गिरीश कुमार, आयूष, हारुण, आदिल, सोनू, सज्जाद, धीरज, शाहरूख, सूर्यभान, पवन आदि का खास योगदान रहा।
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