नई दिल्ली। भारत की राजनीति का पहला घराना है गांधी परिवार। मतलब इंदिरा गांधी का परिवार। कांग्रेस पर जहां सोनिया-राहुल का कब्जा है तो मेनका-वरुण भाजपा में हैं। दोनों ही एक-दूसरे को नीचा दिखाने का कोई भी मौका हाथ से जाने नहीं देते। लेकिन, पिछले कुछ दिनों से ये समीकरण बदल रहा है। हाल ही में एक मौके पर मेनका गांधी ने सोनिया की तारीफ कर दी तो अब राहुल गांधी और वरुण गांधी की दोस्ती के चर्चे हैं। गुरुवार को विदेश मंत्रालय की संसदीय समिति राहुल-वरुण के 'भरत मिलाप' का माध्यम बन गई। कांग्रेस के उपाध्यक्ष राहुल गांधी और भाजपा के दिग्गज वरुण गांधी के बीच गर्मजोशी भरी बातचीत को सुन सभी सांसद हैरान हो गये। राहुल के प्रस्ताव पर वरुण तुरंत स्वीकृति देते थे तो वरुण की बात पर राहुल हामी भर रहे थे।
वर्षों से राजीव गांधी परिवार और संजय गांधी परिवार के बीच तल्खी छुपी हुई तो है नहीं। दोनों के बीच सियासी जंग किसी से छुपी नहीं है। एक-तरफ जहां मेनका-सोनिया के बीच तल्खी है, तो वहीं दूसरी तरफ वरुण-राहुल एक दूसरे के विरोधी माने जाते हैं। ऐसे में दोनों परिवार के बेटों के बीच साधारण बातचीत भी हैरानी कर देता है। ये बैठक शशि थरूर की अध्यक्षता में चल रही थी। जिसमें वरुण गांधी, कर्ण सिंह, सुप्रिया सुले, शरद त्रिपाठी समेत कई सांसद मौजूद थे। ये साल की आखिरी बैठक थी, जिसमें वरुण गांधी ने पहली बार शिरकत की थी। इस दौरान कमेटी के एक और सदस्य राहुल गांधी भी बैठक में पहुंचे। ये भी संयोग ही था कि राहुल गांधी भी इस बैठक में पहली बार शिरकत कर रहे थे। वहां पहुंचते ही राहुल ने बाकी सदस्यों के साथ ही वरुण को हैलो किया। जिस पर वरुण ने भी कुर्सी पर बैठे हुए गर्मजोशी से हैलो...बोल कर उन्हें जवाब दिया। बैठक के बीच में कई मौकों पर राहुल और वरुण के बीच में यस, हां, ठीक बात है-जैसा संवाद हुआ। बाकी सदस्य ये मजेदार नजारा देखकर मुस्कुराते नजर आए। इस गर्मजोशी को मुस्कराते हुए देख रहे थे।
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