नई दिल्ली। कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने आज कहा कि सरकार ‘भयभीत’ है और वह जेएनयू मुद्दे पर उनकी आवाज को दबाने का प्रयास करेगी। कांग्रेस उपाध्यक्ष ने कहा, ‘‘ मैं बोलूंगा लेकिन वे (सरकार) मुझे बोलने नहीं देंगे क्योंकि वे भयभीत है। वे इस बात से डरे हुए हैं कि मैं संसद में क्या कहूंगा, इसलिए वे मुझे बोलने नहीं देंगे।’’
उल्लेखनीय है कि राहुल गांधी जेएनयू छात्रों के समर्थन में आये थे जो जेएनयू छात्र संघ के नेता कन्हैया कुमार को देशद्रोह के आरोप में गिरफ्तार किये जाने का विरोध कर रहे हैं। उन्होंने आरएसएस और भाजपा पर अपनी विचारधारा थोपने का आरोप भी लगाया। इससे पहले सरकार की ओर से मंत्रियों ने कहा कि सरकार को किसी भी मुद्दे पर चर्चा कराने में कोई परेशानी नहीं है और वह सभी विषयों पर जवाब देने को तैयार है। संसदीय कार्य मंत्री एम वेंकैया नायडू ने कहा कि प्रत्येक सदस्य को सदन में अपनी बात रखने का अधिकार है और इसके बारे में सदन से बाहर चर्चा करने की जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा कि सरकार हर विषय पर चर्चा कराने को तैयार है।
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