नई दिल्ली। पठानकोट एयरफोर्स बेस पर हुए हमले के बाद के हालात पर विचार के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को एक अहम बैठक की। बैठक में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल, गृह सचिव, विदेश सचिव शामिल रहे। जानकारों के मुताबिक बैठक में इस बात पर विचार हुआ कि पाकिस्तान के साथ नए सिरे से होने जा रही बातचीत पर आतंकी हमले का कितना असर पड़ सकता है। 15 जनवरी को भारत और पाकिस्तान के विदेश सचिवों की बैठक है। उस बैठक में भारत क्या रुख़ अपनाए और आंतरिक सुरक्षा को कैसे और मज़बूत किया जाए, इन सभी मसलों पर बैठक में चर्चा की ख़बर है। मोदी ने कर्नाटक के अपने दो दिवसीय दौरे से लौटते ही शीर्ष अधिकारियों की एक बैठक की अध्यक्षता की जिसमें राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल और विदेश सचिव एस जयशंकर शामिल थे। पीएमओ ने कहा, ‘दिल्ली में उतरते ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एनएसए, विदेश सचिव एवं अन्य अधिकारियों के साथ एक उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता कर रहे हैं।’
इससे पहले दिन में रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने प्रधानमंत्री को पठानकोट वायुसेना ठिकाने की नवीनतम स्थिति के बारे में जानकारी दी। दोनों कर्नाटक के तुमकुरू में एचएएल के एक कार्यक्रम में मौजूद थे। पठानकोट वायुसेना ठिकाने पर कल ही आतंकवादियों ने हमला किया था और उनके खिलाफ अभियान आज भी जारी है। सुरक्षा बलों ने चार आतंकवादियों को मार गिराया है और माना जा रहा है कि दो और आतंकवादी अभी भी ठिकाने के भीतर छुपे हुए हैं। आतंकवादियों के सफाये के लिए एक अभियान जारी है।। वायुसेना ठिकाने में जहां आतंकवादी छुपे हुए हैं वहां पर सुरक्षा बलों और आतंकवादियों के बीच ताजा गोलीबारी होने की जानकारी मिली है। सशस्त्र बलों, पुलिस और सुरक्षा कर्मियों की ओर से एक संयुक्त तलाशी अभियान अभी भी चल रहा है। एनआईए ने आतंकवादी हमला मामले की जांच शुरू कर दी है।
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