जौनपुर (उत्तर प्रदेश)। जौनपुर ज़िले में कुछ लोगों पर आठ साल के एक दलित बच्चे का हाथ काटने का आरोप लगा है। घटना बीते साल 29 दिसंबर की बताई जा रही है। मामला एक सामाजिक कार्यकर्ता रेनू सिंह की वजह से प्रकाश में आया। घटना के क़रीब तीन हफ़्ते बाद पुलिस ने अभियुक्तों के ख़िलाफ़ मामला दर्ज किया है।
जौनपुर मुख्यालय से क़रीब 40 किलोमीटर दूर गौरखुर्द गाँव में रहने वाली जमुना देवी गौतम ने बीबीसी को बताया, "घटना वाले दिन मेरा बेटा शिवम घर पर था कि पास ही में रहने वाले दो लोग उसे अपने खेतों में काम कराने के लिए लेने आए. जब वह तैयार नहीं हुआ तो उसे जबरन उठाकर ले गए।" जमुना देवी के मुताबिक़, ''वह अनमने तरीक़े से काम कर रहा था। एक आदमी ने ग़ुस्से में शिवम को गन्ने का रस निकालने वाली मशीन में धकेल दिया और उसका बायां हाथ कंधे से कट गया।" जमुना देवी का कहना है कि उन्होंने शिवम का इलाज करवाया और महाराजगंज थाने में अभियुक्तों के ख़िलाफ़ रिपोर्ट लिखवानी चाही लेकिन थाना प्रमुख ने रिपोर्ट नहीं लिखी।
उनका कहना है कि वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने भी गुहार नहीं सुनी। कई दिन बीतने के बाद जौनपुर की सामाजिक कार्यकर्ता रेनू सिंह के हस्तक्षेप के बाद पुलिस ने मामला दर्ज किया। महाराजगंज पुलिस स्टेशन प्रमुख ओंकार सिंह ने बीबीसी को बताया कि कथित अभियुक्तों के ख़िलाफ़ केस दर्ज कर लिया गया है। उन्होंने बताया, ''अभियुक्त फ़रार हैं. उनकी तलाश की जा रही है।''
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